Google ने अपने Pixel 6 और नए स्मार्टफोन्स के लिए एक नया सुरक्षा टूल (Live Threat Detection) लॉन्च किया है. यह टूल आपके फोन में मौजूद ऐप्स को लगातार देखता रहता है और अगर उनमें कोई खतरा दिखता है तो आपको तुरंत बता देता है. यह सिर्फ ऐप्स इंस्टॉल करते समय ही नहीं, बल्कि उसके बाद भी काम करता रहता है. Google का लक्ष्य है कि जल्द ही यह फीचर दूसरे Android फोन जैसे Lenovo, OnePlus, Nothing, और Oppo में भी आ जाए.


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Google Live Threat Detection Feature


पहले, मॉलवेयर का पता लगाने के लिए ऐप्स को डाउनलोड करते ही चेक किया जाता था. लेकिन Live Threat Detection अलग है. यह आपके फोन में पहले से मौजूद ऐप्स पर भी नज़र रखता है और AI की मदद से किसी भी खतरनाक गतिविधि या कोड की तलाश करता है. यह खासकर उन मॉलवेयर के लिए बनाया गया है जो शुरू में छिपे रहते हैं और बाद में नुकसान पहुंचाते हैं. यह सब आपके फोन में ही होता है, जिससे आपकी डेटा प्राइवेसी सुरक्षित रहती है. अगर इस सर्विस को कोई खतरा दिखता है, तो आपको तुरंत अलर्ट मिल जाता है, जिससे आप तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं.


Google ने कॉल के दौरान धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए एक नया फीचर लाया है. यह फीचर आपके फोन में मौजूद AI की मदद से कॉल के दौरान संदिग्ध बातचीत को पहचानता है. अगर फोन पर कोई आपको धोखा देने की कोशिश करता है, जैसे कि ज़्यादा दबाव डालना या संदिग्ध सवाल पूछना, तो यह फीचर आपको अलर्ट कर देता है और आपको कॉल काटने की सलाह देता है. अभी के लिए, यह फीचर Pixel 6 और नए मॉडल्स पर Phone by Google ऐप के ज़रिए बीटा वर्शन में उपलब्ध है. Google की योजना है कि इसे भविष्य में और ज़्यादा लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाए.


ये अपडेट्स Google की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं कि वह Android डिवाइसों की सुरक्षा को बेहतर बनाएगा और बढ़ते हुए साइबर खतरों से निपटने के लिए अपने टूल्स को अपडेट करेगा. Pixel 9 सीरीज़ में, Google का नया स्कैम डिटेक्शन फीचर एक एडवांस्ड AI मॉडल की मदद से रियल-टाइम में संभावित स्कैम कॉल्स को पहचानता है. पुराने Pixel डिवाइसों, खासकर Pixel 6 से 8a तक, के लिए यह फीचर Google के ऑन-डिवाइस मशीन लर्निंग मॉडल्स की मदद से स्कैम से सुरक्षा प्रदान करता है.