यूजर का डेटा हमेशा के लिए स्टोर नहीं करेगा Google, इतने माह बाद होगा ऑटो-डिलीट
Google के सीईओ सुंदर पिचाई के अनुसार, नए यूजर्स का सुरक्षित डेटा उनके शामिल होने के 18 महीने बाद हटा दिया जाएगा.
नई दिल्ली: Google से आने वाली खबर इसके यूजर्स की चिंताएं बढ़ा सकती है. कंपनी ने बुधवार को घोषणा की कि वह अब नए यूजर द्वारा की गई खोजों का पूरा रिकॉर्ड सेव नहीं रखेगी. लंबे समय से, कंपनी की आलोचना की जा रही थी कि वो ये साझा नहीं करती कि आखिर वो यूजर के डेटा के साथ क्या करती है. दूसरी ओर, इसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी Apple इसी मामले पर बेहतर और ज्यादा प्राइवेसी देने में कामयाब रही है.
Google के सीईओ सुंदर पिचाई के अनुसार, नए यूजर्स का सुरक्षित डेटा उनके शामिल होने के 18 महीने बाद हटा दिया जाएगा. इससे पहले, ये सभी जानकारी हमेशा के लिए सर्वर पर स्टोर रहती थी, जिस पर कंपनी ने दावा किया था कि ये यूजर्स के अनुभवों को बेहतर बनाने और निजीकरण देने के लिए किया गया था. लोगों की सभी जानकारी, यहां तक कि जिन लोगों ने अपनी हिस्ट्री को स्टोर करने का विकल्प चुना था, वो अब हमेशा के लिए Google के सिस्टम पर बनी नहीं रहेगी, बल्कि वो 18 महीने के बाद डिलीट कर दी जाएगी.
सुंदर पिचाई ने कहा- 'अपने उत्पादों को डिजाइन करते हुए हम तीन महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर ध्यान देते हैं- आपकी जानकारी को सुरक्षित रखना, उसका जिम्मेदारी से इस्तेमाल करना और आपको नियंत्रण में रखना.'
हालांकि, यह ऑटो-डिलीशन सिस्टम Gmail और Google Photos पर लागू नहीं होगा, जिन्हें निजी जानकारी स्टोर करने के लिए बनाया गया है. पिछले साल पेश किए गए एक विकल्प के रूप में ये फीचर उपयोगकर्ताओं को अपनी 'स्मार्ट' सेवाओं का उपयोग जारी रखने की अनुमति देता है, बिना उनकी वेब एक्टिविटी के रिकॉर्ड को स्टोर किए. हालांकि, जिन लोगों के पास पहले से ही Google का खाता है, उनमें से 1.5 बिलियन को मैन्युअल रूप से फीचर को शुरू करने की जरूरत है.
Google जल्द ही 'प्राइवेसी चेक-अप' को पूरा करने के लिए यूजर्स को रिमाइंडर ईमेल को रोल आउट कर लेगा, जो संक्षेप में कंपनी की ओर से एक कनफर्मेशन है कि क्या यूजर अपने डेटा को स्टोर करना चाहेंगे. Google के प्रतिद्वंद्वी, Apple Inc एक मॉडल का अनुसरण करते हैं, जो निजी डेटा पर बहुत कम निर्भर करता है. अपने हालिया रिलीज हुए ऑपरेटिंग सिस्टम में, Apple ने उपयोगकर्ता डेटा पर न्यूनतम निर्भरता के साथ एक और उपयोगी फीचर की घोषणा की, जो यूजर्स के लिए ऑफलाइन भी अनुवाद करेगा. Google का नया फीचर अलग तरह से काम करता है, क्योंकि यह कंपनी को डेटा एकत्र करने की अनुमति देगा, लेकिन हमेशा के लिए नहीं.