AC in Train Coach: आपने कभी न कभी ट्रेन में सफर किया होगा. भारत में ट्रेन से सफर करना सबसे आरामदायक माना जाता है. खासकर AC कोच में यात्रा करना लग्जरी भरा एक्सपीरियंस होता है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि ट्रेन के डिब्बे में लगा एसी कितने टन का होता है? अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो परेशान मत होइए. आइए हम आपको इसके बारे में पूरी डिटेल बताते हैं. 


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ट्रेन में AC कोच के प्रकार


भारतीय रेलवे में मुख्य रूप से तीन प्रकार के AC कोच होते हैं.


प्रथम श्रेणी AC (1AC) - यह सबसे आरामदायक कोच होता है. इसमें बड़े और आरामदायक बर्थ होते हैं और एसी भी बहुत अच्छे से काम करता है. 
द्वितीय श्रेणी AC (2AC) - यह प्रथम श्रेणी AC की तुलना में थोड़ा कम आरामदायक होता है.  
तृतीय श्रेणी AC (3AC) - यह सबसे किफायती AC कोच होता है. 


कितने टन का होता है ट्रेन में लगा AC?


ट्रेन में लगे एसी की क्षमता डिब्बे के आकार, यात्रियों की संख्या और मौसम जैसी कई चीजों पर निर्भर करती है. इसलिए एक निश्चित संख्या बताना मुश्किल है. आमतौर पर ट्रेन के डिब्बे में 8 से 15 टन का AC होता है. लेकिन यह संख्या अलग-अलग डिब्बों और ट्रेनों के लिए अलग-अलग हो सकती है.


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क्यों होती है इतनी ज्यादा क्षमता?


बड़ा एरिया - ट्रेन के डिब्बे काफी बड़े होते हैं और इनमें कई यात्री होते हैं. इतने बड़े एरिया को ठंडा करने के लिए ज्यादा क्षमता वाले एसी की जरूरत होती है.
बाहरी तापमान - गर्मियों के दौरान बाहर का मौसम काफी गर्म होता है. ऐसे में ट्रेन के अंदर तापमान को कंट्रोल करने के लिए ज्यादा क्षमता वाले एसी की जरूरत होती है.
लगातार चलना - ट्रेनें लगातार चलती रहती हैं, जिससे डिब्बे के अंदर तापमान बढ़ सकता है. इसीलिए, एसी को लगातार काम करना होता है. 


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ट्रेन के AC कैसे काम करते हैं?
ट्रेन के AC बड़े कंप्रेसरों की मदद से काम करते हैं. ये कंप्रेसर एक विशेष प्रकार के कूलेंट को कंप्रेस करते हैं, जिससे गर्मी पैदा होती है. इस गर्मी को ट्रेन के बाहर छोड़ा जाता है और ठंडी हवा को कोच के अंदर भेजा जाता है।