ChatGPT को आम लोगों के लिए लॉन्च करने के बाद से ही, AI जगत में काफी हलचल मची है. जल्द ही Google और Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों ने भी अपने-अपने AI चैटबॉट्स लॉन्च कर दिए और अब दुनियाभर में लोग इनका इस्तेमाल कर रहे हैं. Meta कंपनी थोड़ी देर से इस क्षेत्र में आई, मगर उम्मीद है कि भविष्य में उन्हें इस नई तकनीक से फायदा जरूर होगा, हालांकि अभी इसमें थोड़ा वक्त लग सकता है.


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Meta कंपनी के CEO मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही में कंपनी की कमाई संबंधी रिपोर्ट के दौरान निवेशकों को बताया कि आने वाले समय में Meta के लिए AI काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाली है. जुकरबर्ग जानते हैं कि इससे कंपनी के सभी प्लेटफॉर्मों पर काफी फर्क पड़ेगा, लेकिन उनका कहना है कि फिलहाल इससे सीधे तौर पर पैसा कमाना मुश्किल है. जुकरबर्ग के मुताबिक AI से कमाई शुरू होने में अभी कई साल लग सकते हैं.


Mark Zuckerberg बोले- AI से कमाई में लगेगा समय


वर्ज की एक रिपोर्ट के अनुसार, Meta कंपनी का आर्थिक प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. पिछले तिमाही में कंपनी की कमाई 36.5 बिलियन डॉलर रही और मुनाफा 12 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा रहा. लेकिन, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कंपनी के मुखिया Mark Zuckerberg का मानना है कि आने वाले समय में आमदनी में कमी आ सकती है. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि कंपनी AI और मेटावर्स जैसी नई तकनीकों पर खर्च बढ़ा रही है. Zuckerberg का कहना है कि ठीक वैसे ही जैसे Stories और Reels को सफल बनाने में समय लगा था, उसी तरह AI के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने में वक्त लगेगा और फायदा होने में कई साल लग सकते हैं.


The Verge की रिपोर्ट के अनुसार जुकरबर्ग ने यह भी कहा कि 'शुरुआती संकेत तो काफी अच्छे हैं. पर हमारा टारगेट सिर्फ ऐप्स में नई चीज़ें जोड़ना नहीं है, बल्कि AI के क्षेत्र में सबसे आगे निकलना है. इसमें काफी मेहनत लगेगी और फायदा होने में शायद कई साल लग जाएं.' 


Meta AI के फीचर्स


Meta कंपनी ने पिछले साल Meta Connect 2023 इवेंट में अपना खुद का AI चैटबॉट, Meta AI, लॉन्च किया था. कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा था, 'आज के इवेंट में, हमने आपको ऐसे नए AI अनुभव और फीचर्स दिखाए हैं जो आपके लोगों से जुड़ने के तरीके को और बेहतर बनाएंगे. साथ ही ये आपको ज्यादा क्रिएटिव और चीजों को बेहतर तरीके से बताने में मदद करेंगे.' मार्केट में मौजूद दूसरे AI चैटबॉट्स की तरह, Meta AI भीAI असिस्टेंट है. यह आपकी कई तरह की चीजों में मदद कर सकता है, जैसे सवालों के जवाब देना, नया टेक्स्ट लिखना और भाषाओं का अनुवाद करना. लॉन्च के समय, यह बताया गया था कि Meta ने Microsoft Bing के साथ साझेदारी की है ताकि यूजर्स को असली जानकारी हासिल करने और इमेज बनाने में मदद मिल सके.


पिछले साल नवंबर में अमेरिका के कई लोगों को Meta AI चैटबॉट इस्तेमाल करने का मौका मिला, लेकिन भारत में रहने वाले यूजर्स को थोड़ा इंतजार करना पड़ा. इस महीने की शुरुआत में, भारत में कुछ X यूजर्स ने बताया कि वे वॉट्सऐप पर Meta AI चैटबॉट का इस्तेमाल कर पा रहे हैं. फिलहाल, Meta AI एक ट्रायल फेज में है और धीरे-धीरे इसे और ज्यादा लोगों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है. अभी के लिए ये चैटबॉट सिर्फ अंग्रेजी में ही काम करता है. Meta यूजर्स से फीडबैक लेकर इस टूल को बेहतर बनाना चाहता है और फिर इसे बड़े पैमाने पर लॉन्च करेगा.