Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग कंपनी को फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को ठीक करने के लिए कई बड़े कदम उठा रहे हैं. इस साल की शुरुआत में मार्क ने 2023 को कुशलता का साल बताया था और मीटिंग में कहा था कि वो कंपनी को मजबूत और अधिक चुस्त करेंगे. लेकिन यह फैसला कर्मचारियों के लिए ठीक नहीं निकला. इस साल मार्च में कंपनी ने करीब 10 हजार लोगों को जॉब से निकाल दिया. इससे पहले कंपनी ने 11 हजार लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक इंटरनल सर्वे से पता चला है कि मेटा के अधिकांश कर्मचारी जुकरबर्ग की नेतृत्व शैली से नाखुश हैं, क्योंकि केवल 26 प्रतिशत कर्मचारी ही उनके नेतृत्व में आश्वस्त हैं, वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट बताती है.


मेटा कर्मचारी बोले- मार्क जुकरबर्ग अच्छे बॉस नहीं
मेटा ने एक इंटरनल सर्वे किया, जिसके अनुसार केवल 26 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे नेतृत्व को लेकर आश्वस्त हैं. अक्टूबर 2022 में किए गए पहले के एक सर्वे में, यह संख्या 5 प्रतिशत बढ़ी थी.


रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस साल मई में मेटा के हालिया दौर की छंटनी से पहले लेटेस्ट सर्वे किया गया था. इसके अलावा, 43 प्रतिशत कर्मचारियों ने कहा कि वे कंपनी में 'मूल्यवान' महसूस करते हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंपनी में बड़े पैमाने पर छंटनी से कर्मचारियों का मनोबल गिरा है.