फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसी बड़ी सोशल मीडिया कंपनियों की मालिक Meta एक विशाल अंडरसीबल केबल बनाने की योजना बना रही है ताकि अपने बढ़ते हुए इंटरनेट ट्रैफिक और AI इन्वेस्टेमेंट को को सपोर्ट कर सके. टेकक्रंच की रिपोर्ट में विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि यह केबल दुनिया भर में 40,000 किलोमीटर से ज्यादा फैला होगा और इसकी लागत 10 अरब डॉलर से ज्यादा होने का अनुमान है. 


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यह पहली बार होगा जब मेटा पूरी तरह से किसी अंडरसीबल केबल का मालिक होगा और उसे ऑपरेट करेगा. इससे पता चलता है कि कंपनी अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा कंट्रोल रखना चाहती है.


मेटा दुनिया में इंटरनेट ट्रैफिक के दूसरे सबसे बड़े ड्राइवर के रूप में जाना जाता है. मेटा व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम का मालिक है. इसके प्लेटफॉर्म पर अरबों यूजर्स हैं और यह वैश्विक फिक्स्ड इंटरनेट ट्रैफिक का 10% और मोबाइल ट्रैफिक का 22% हिस्सा रखता है. 


Meta का अंडरसीबल केबल प्रोजेक्ट
सबसी केबल विशेषज्ञ सुनील तागड़े ने अक्टूबर में सबसे पहले मेटा की इस योजना का खुलासा किया था. टेकक्रंच को दिए एक स्टेटमेंट में उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 2 अरब डॉलर के बजट के साथ होगी. हालांकि, कई सालों तक चलने वाले इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 10 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकती है. 


रिपोर्ट के मुताबिक मेटा के करीबी सूत्रों ने भी इस प्रोजेक्ट की पुष्टि की है, लेकिन कहा है कि यह अभी शुरुआती चरण में है. हालांकि योजनाएं बन रही हैं, लेकिन अभी तक बजट का खुलासा नहीं किया गया है. मेटा 2025 की शुरुआत में केबल के मार्ग, क्षमता और इसके विकास के पीछे के कारण समेत ज्यादा जानकारी सार्वजनिक रूप से शेयर कर सकता है. 


हालांकि, इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से चालू होने में कई साल लग सकते हैं क्योंकि सीमित संख्या में कंपनियां (जैसे SubCom) ही आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण करने में सक्षम हैं. ये कंपनियां पहले से ही गूगल जैसे बड़े ग्राहकों द्वारा बुक की गई हैं.


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दुनिया भर में बनाएगा "W" का आकार 
एक बार पूरा होने के बाद केबल मेटा को एक डेडिकेटेड ग्लोबल डेटा ट्रैफिक पाइपलाइन प्रदान करेगा. तागड़े ने यह भी दावा किया कि प्रस्तावित मार्ग अमेरिका के पूर्वी तट से दक्षिण अफ्रीका के माध्यम से भारत तक फैलेगा, फिर भारत से ऑस्ट्रेलिया के माध्यम से अमेरिका के पश्चिमी तट पर वापस आएगा, जो दुनिया भर में "W" का आकार बनाएगा.


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मेटा पहले से ही 16 सबसी केबल नेटवर्क में आंशिक रूप से हिस्सेदारी रखता है. यह नया प्रोजेक्ट कंपनी द्वारा पूरी तरह से अपना होगा. अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी अन्य प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां भी आंशिक स्वामित्व या कैपरेसिटी परचेज के माध्यम से सबसी केबलों में निवेश करती हैं, लेकिन कोई भी पूरी तरह से किसी भी केबल का मालिक नहीं है.