शुरुआत में Threads को मिला जबरदस्त रिस्पांस, लेकिन फिर ऐप से क्यों चले गए यूजर्स, क्या रहीं वजहें
Meta Threads: मेटा का नया सोशल मीडिया ऐप Threads एक साल पूरा करने वाला है और इसके 175 मिलियन से ज्यादा मासिक यूजर्स हो गए हैं. ये जानकारी खुद कंपनी के CEO मार्क जुकरबर्ग ने दी है. शुरुआत में थ्रेड्स को अच्छा रिस्पांस मिला लेकिन बाद में यूजर्स ऐप से चले गए.
Threads: मेटा का नया सोशल मीडिया ऐप Threads एक साल पूरा करने वाला है और इसके 175 मिलियन से ज्यादा मासिक यूजर्स हो गए हैं. ये जानकारी खुद कंपनी के CEO मार्क जुकरबर्ग ने दी है. Threads को खासतौर पर X (पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) को टक्कर देने के लिए बनाया गया था, वो भी उस समय जब अरबपति एलन मस्क ने ट्विटर को संभाला था. Threads को जुलाई 2023 में लॉन्च किया गया था.
शुरुआती कुछ दिनों में मिले 10 करोड़ यूजर्स
लॉन्च के शुरुआती कुछ दिनों में ही Threads को 10 करोड़ यूजर्स मिल गए थे. इसकी एक बड़ी वजह ये थी कि इंस्टाग्राम के यूजर्स को Threads प्रोफाइल बनाना काफी आसान था. हालांकि, बाद में कुछ शुरुआती यूजर्स ऐप छोड़कर चले गए. मार्क जुकरबर्ग ने Threads पर एक पोस्ट में लिखा कि "क्या शानदार साल रहा!". कुछ महीनों पहले उन्होंने बताया था कि Threads के MAU 15 करोड़ से ज्यादा हैं.
हालांकि, ये 175 करोड़ यूजर्स की संख्या पूरी तरह से Threads ऐप की लोकप्रियता नहीं बताती. Threads ने अभी तक डेली एक्टिव यूजर्स (दिन में कितने लोग ऐप इस्तेमाल करते हैं) और यूजर्स द्वारा रोजाना ऐप इस्तेमाल करने में लगने वाले औसत समय जैसी अहम जानकारियां सार्वजनिक नहीं की हैं.
मार्केट इंटेलीजेंस फर्म Sensor Tower के मुताबिक Threads ने तो यूजर्स की संख्या तो बढ़ाई है, लेकिन उन्हें ऐप इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करने में नाकाम रहा है. Sensor Tower के डेटा के मुताबिक पिछले महीने यूजर्स औसतन एक दिन में Threads ऐप को तीन बार खोलते थे और सिर्फ सात मिनट ही इस्तेमाल करते थे. ये आंकड़े पिछले साल जुलाई के मुकाबले करीब 79% और 65% कम हैं.
Threads पर विज्ञापन नहीं
Threads पर अभी तक कोई विज्ञापन नहीं दिखते हैं, यानी इससे Meta को अभी कोई खास कमाई नहीं हो रही है. हाल ही में Threads को Fediverse नाम के सोशल मीडिया साइट्स के ग्रुप में शामिल किया गया है. फेडिवर्स की खासियत ये है कि यहां मौजूद अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स के यूजर्स एक-दूसरे से बातचीत कर सकते हैं.
ई-मार्केटर एनालिस्ट जैस्मिन एनबर्ग का कहना है कि "लॉन्च के एक साल बाद भी, ये तो पता चल गया है कि Threads क्या नहीं है, लेकिन ये अभी तक साफ नहीं है कि आखिर ये है क्या?" उनका मानना है कि दिशा की कमी और खुद का कोई खास कंटेंट न होना Threads की तरक्की में रुकावट बन सकता है. उन्होंने आगे कहा कि "शायद मेटा ये सोच रहा होगा कि Threads को एक अलग ऐप के तौर पर बनाए रखना चाहिए या फिर यूजर्स को वापस इंस्टाग्राम पर ले जाना चाहिए. अच्छी खबर ये है कि विज्ञापनदाताओं की इस प्लेटफॉर्म में काफी दिलचस्पी है."