Microsoft: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला भारत के दौरे पर हैं और उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत एक ऐलान के साथ की. उन्होंने ऐलान किया की उनकी कंपनी भारत को AI-फर्स्ट नेशन बनाने के लिए 20 लाख लोगों को स्किल्स देगी. मुंबई में माइक्रोसॉफ्ट सीईओ कनेक्शन इवेंट में उन्होंने बताया कि कैसे माइक्रोसॉफ्ट का AI चैटबॉट Copilot, जो GPT-4 टेक्नोलॉजी पर बना है, लोगों को तेजी से काम पूरा करने में मदद कर रहा है.


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सत्या नडेला ने गूगल के Gemini और अन्य लैंग्वेज मॉडल्स पर निशाना साधा. उन्होंने ने कहा "हमारे पास आज सबसे अच्छा मॉडल है... इतने हंगामे के बाद भी, एक साल बाद भी GPT-4 बेहतर है." GPT-4 एक लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) है, जो माइक्रोसॉफ्ट कैपिलोट को चलाने वाली मूल टेक्नोलॉजी है. उन्होंने आगे कहा, "हम कॉम्पटीशन के आने का इंतजार कर रहे हैं. यह आएगा जरूर, लेकिन वास्तविकता यह है कि हमारे पास सबसे लीडिंग LLM है."


माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और मेटा और अमेजन समेत अन्य कंपनियां AI टेक्नोलॉजी को डेवलप करने में इन्वेस्टमेंट कर रही हैं. गूगल का अपना LLM है जिसे Gemini कहा जाता है और मेटा ने पिछले साल Llama 2 LLM लॉन्च किया था. माइक्रोसॉफ्ट का Copilot ओपनएआई द्वारा विकसित GPT-4 पर चलता है.


कंपनी के भारत और साउथ एशिया बिजनेस को लीड करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े पुनीत चंदोक के मुताबिक "भारत अब सिर्फ अद्भुत नहीं है. भारत बड़े सपने देखना शुरू कर रहा है, और इस सपने को पूरा करने के लिए जी-जान लगा रहा है."


हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट एशिया के अध्यक्ष अहमद मजहारी ने भी कहा कि "GitHub पर हर चार में से एक AI प्रोजेक्ट भारत से आता है." मजहारी ने कहा "2026 तक भारत अमेरिका को पीछे छोड़ देगा. भारत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बड़े पैमाने पर एआई को अपनाने में सक्षम बनाने के लिए विशिष्ट रूप से स्थित है."