Hermit is the New Spyware being used for spying after Pegasus: पेगासस (Pegasus) का मामला अभी पूरी तरह से सुलझा नहीं है और एक और खतरनाक स्पाइवेयर (Spyware) सामने आ गया है. अगर आप सोच रहे हैं कि हम किस बारे में बात कर रहे हैं तो हम आपको बता दें कि पेगासस (Pegasus) के बाद अब हर्मिट (Hermit Spyware) का नाम सामने आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल हाई-प्रोफाइल अधिकारियों की जासूसी करने के लिए किया जा रहा है. आइए इस स्पाइवेयर के बारे में सबकुछ जानते है.. 


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Pegasus के बाद अब आया Hermit Spyware


कई रिसर्चर्स का यह कहना है कि पेगासस (Pegasus) के बाद अब एक नया एंड्रॉयड स्पाइवेयर सामने आया है जिसका नाम 'हर्मिट' (Hermit) है. रिपोर्ट्स का यह कहना है कि इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल सरकारों द्वारा, हाई-प्रोफाइल अधिकारियों की जासूसी करने के लिए किया जा रहा है. इस लिस्ट में बिजनेसमेन, ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स,  पत्रकार और सरकारी अधिकारी शामिल हैं.रिसर्चर्स के हिसाब से इस स्पाइवेयर को इटली के स्पाइवेयर वेंडर, RCS Lab और टेलीकम्यूनिकेशन्स सोल्यूशन्स कंपनी Tykelab Srl ने बनाया है.


इन देशों में एक्टिव है ये स्पाइवेयर 


Lookout रिसर्चर्स के हिसाब से इस स्पाइवेयर को पहली बार इस साल अप्रैल में कजाखस्तान (Kazakhstan) में देखा गया था. इसकी जानकारी तब मिली जब कजाख सरकार ने सरकारी नीतियों के खिलाफ होने वाले जनता के विरोध को दबाया था. इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल सीरिया (Syria) के उत्तरपूर्वी कुर्दिश इलाके और इटली (Italy) में भी एंटी-करप्शन इन्वेस्टीगेशन के लिए किया गया था. 


कैसे काम करता है Hermit Spyware 


आपको बता दें कि हर्मिट स्पाइवेयर (Hermit Spyware) एक एंड्रॉयड स्पाइवेयर है जिसे आसानी से एक एसएमएस के जरिए टारगेट के सिस्टम में इंस्टॉल किया जा सकता है. इसे इंस्टॉल करने के लिए ऐसे एसएमएस भेजे जाते हैं जो देखने में ऐसे लगते हैं जैसे टेलीकॉम कंपनियों और सैमसंग (Samsung) और ओप्पो (Oppo) जैसे लोकप्रिय स्मार्टफोन ब्रांड्स ने ही मैसेज भेजे हों. ये एसएमएस इतने असली लगते हैं कि लोग जाल में फंसकर अपने फोन में डाउनलोड कर बैठते हैं. 


Lookout के हिसाब से हर्मिट एक ऐसा मैलवेयर है जो एंड्रॉयड के हर वर्जन पर काम कर सकता है. Lookout के रिसर्चर, पौल शंक (Paul Shunk) का यह कहना है कि हर्मिट जिस एंड्रॉयड वर्जन पर इंस्टॉल किया जाता है, वो उसे बार-बार चेक करता है जिससे समझ सके कि वो वर्जन किस तरह काम करता है. उनके हिसाब से ये मैलवेयर बाकी ऐप-बेस्ड स्पाइवेयर से अलग है. फिलहाल इसे सिर्फ एंड्रॉयड पर देखा गया है और iOS पर इसे लोकेट नहीं किया जा सका है.