पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कंपनी के कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि हाल ही में आई मुश्किलों के बावजूद कोई छंटनी नहीं होगी. उन्होंने यह बात वर्चुअल टाउन हॉल मीटिंग में कही. आपको बता दें कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की पाबंदियों के बाद से फिनटेक दिग्गज को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कई बैंकिंग सेवाएं देने की उसकी क्षमता सीमित हो गई है.


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मामले को सुलझाने की कोशिश जारी


एक घंटे की मीटिंग में, जिसमें करीब 800-900 कर्मचारी शामिल थे, विजय शेखर शर्मा ने भले ही स्थिति को लेकर थोड़ी अनिश्चितता जताई लेकिन उन्होंने सभी को भरोसा दिलाया कि कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक से मिलकर इस मामले को समझने और सुलझाने की पूरी कोशिश कर रही है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कर्मचारी पेटीएम परिवार का अहम हिस्सा हैं और उन्हें किसी भी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है.


रिजर्व बैंक की पाबंदियों की वजह से पेटीएम पेमेंट्स बैंक को अब ज्यादा पैसे जमा करने और लोन देने की इजाजत नहीं है. इससे परेशान होकर पेटीएम अब दूसरी बैंकों के साथ मिलकर काम करने का सोच रहा है. दरअसल, रिजर्व बैंक के नियमों की वजह से पेटीएम को दुकानदारों के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने, यूजर्स को जानकारी देने और अपने शेयर की कीमत बनाए रखने में दिक्कतें आ रही हैं. इन दिक्कतों को दूर करने के लिए पेटीएम दूसरे बैंकों से मदद लेना चाहता है. इसके अलावा, पेटीएम के शेयर की कीमत में 2 अरब डॉलर की गिरावट के बाद शेयर बाजारों ने पेटीएम के शेयरों की रोजाना खरीद-बिक्री की सीमा को 20% से घटाकर 10% कर दिया है.


कर्मचारियों को दिया भरोसा


इस मुश्किल घड़ी में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन ने प्रभावित ग्राहकों को मदद की पेशकश की है, लेकिन अभी सीधे तौर पर पेटीएम को आर्थिक मदद देने से इनकार कर दिया है. वहीं, ICICI बैंक को पेटीएम के साथ साझेदारी करने के लिए एक संभावित विकल्प माना जा रहा है. विजय शेखर शर्मा ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि कंपनी अब से नियमों का पूरी तरह से पालन करेगी और उनकी नौकरी को लेकर चिंता न करने की सलाह दी. उन्होंने मुश्किल हालात के बावजूद आत्मविश्वास और भरोसे वाला लहजा अपनाया ताकि कर्मचारियों का हौसला बना रहे.