रैपिडैक्स ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए Good News! UPI से बुक कर सकेंगे टिकट; जानिए प्रोसेस
रैपिडैक्स ट्रेन के यात्रियों के लिए एक और अच्छी खबर है. इस मार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों को अब यूपीआई के माध्यम से टिकट खरीदने की सुविधा मिलेगी. रेलवे स्टेशनों पर ऐसी टिकट वेंडिंग मशीनें स्थापित की जाएंगी जहां यूपीआई पेमेंट की सुविधा उपलब्ध होगी.
दिल्ली और मेरठ के बीच चलने वाली रैपिडैक्स ट्रेन के यात्रियों के लिए एक और अच्छी खबर है. इस मार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों को अब यूपीआई के माध्यम से टिकट खरीदने की सुविधा मिलेगी. रेलवे स्टेशनों पर ऐसी टिकट वेंडिंग मशीनें स्थापित की जाएंगी जहां यूपीआई पेमेंट की सुविधा उपलब्ध होगी. यह देश में पहली बार हो रही है कि टिकट वेंडिंग मशीनों में यूपीआई पेमेंट का विकल्प होगा. इस तरीके से, यात्री रैपिडैक्स ट्रेन के टिकट खरीदने के लिए UPI पेमेंट का उपयोग कर सकेंगे.
ऐसे बुक करें टिकट
यात्रियों के लिए, रैपिडएक्स ट्रेन में टिकट खरीदने के अलावा कई अन्य टिकटिंग विकल्प उपलब्ध होंगे, जैसे कम्यूटर कार्ड और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी). यात्री रैपिडएक्स कनेक्ट, एक ऑल-इन-वन मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल क्यूआर कोड जेनरेट करेंगे, जिसके माध्यम से वे अपने यात्रा टिकट के लिए भुगतान कर सकेंगे. यात्रियों के पास कैश, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई और एनसीएमसी कार्ड वॉलेट होने के कारण वे टिकट वेंडिंग मशीन से अपने टिकट खरीदने के लिए इन विभिन्न विकल्पों का उपयोग कर सकेंगे.
यहां से खरीदें टिकट
यह एक बेहद सुविधाजनक प्रक्रिया है. जब यात्री टिकट वेंडिंग मशीन के पास पहुंचता है, वह स्क्रीन पर 'बाय टिकट' विकल्प पर टैप करता है. इसके बाद, उसे स्टेशन चार्ट से अपना डेस्टिनेशन स्टेशन चुनना पड़ता है. फिर यात्री कितनी टिकट चाहता है वो एड करना होगा. इसके बाद, स्क्रीन पर विभिन्न पेमेंट ऑप्शन्स के साथ यूपीआई प्रदर्शित होता है. यदि यात्री यूपीआई से पेमेंट करना चुनता है, तो एक क्यूआर कोड टीवीएम के पीओएस टर्मिनल पर उत्पन्न होता है.
यात्री किसी भी यूपीआई ऐप का उपयोग करके उस क्यूआर कोड को स्कैन करके अपनी पेमेंट कर सकता है. इसके बाद, टीवीएम से एक पेपर क्यूआर टिकट उत्पन्न हो जाता है. इस प्रक्रिया में यूजर को अपने आराम के हिसाब से एक इंटरफेस मिलता है, जिससे टिकट खरीदना न केवल आसान होता है, बल्कि किसी भी परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ता.