नई दिल्ली: घर हो या दफ्तर यानी मामला ऑफिसियल हो या पर्सनल. मैसेज से लेकर पेमेंट तक हर काम में WhatsApp की छोटी-छोटी चिट-चैट में हो जाता है. End to End encrypted वाले WhatsApp के भरोसे को हम सच मानकर बेफिक्र रहते हैं. लेकिन जल्द ही WhatsApp ये भरोसा तोड़ने जा रहा है. चर्चा की शुरुआत उस वक्त हुई जब कुछ महीने पहले WhatsApp ने कहा कि वह अपनी User की प्राइवेसी पॉलिसी और शर्तों में बदलाव कर रहा है. 


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इसलिए बरपा है हंगामा
साल 2014 में जब फेसबुक (Facebook) द्वारा WhatsApp का अधिग्रहण किया था तब मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने कहा था कि WhatsApp से जुड़ा डाटा फेसबुक के साथ साझा नहीं किया जाएगा. वहीं 2016 में आए अपडेट के मुताबिक डाटा FB के साथ शेयर किया जा सकता है. लेकिन तब ये विकल्प था कि अगर आप WhatsApp को इस बात की इजाजत देंगे तभी ऐसा होगा. लेकिन अब मानो ये कंपनी दादागिरी पर उतर आई है. डेडलाइन की बात करें तो 8 फरवरी 2021 तक आपको WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार करना अनिवार्य यानी जरूरी होगा.


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ट्रेंड हो रहे हैं Whatsapp के विकल्प 
प्राइवेसी इश्यू को लेकर Whatsapp की दादागिरी के बाद कई ऐसे सोशल मीडिया ऐप है जो आजकल सुर्खियों मे हैं. जैसे कि Signal, Telegram, Discord  का नाम तेजी से सर्च हो रहा है. इन सभी में Signal app काफी ट्रेंड कर रहा है. दुनिया के सबसे रईस शख्स एलन मस्क (Elon Musk) के ट्वीट के बाद तो मानों इसकी चर्चा रातों रात बढ़ गई है. 


एलन मस्क ने कहा- Use Signal
WhatsApp के इस कारनामे को दुनियाभर में हवा मिल ही रही थी इस बीच दुनिया के रईस आदमी एलन मस्क ने कहा कि इसमें चिंता की क्या बात है.  उन्होंने हाल ही में ट्वीट करके कहा- use Signal. यानी कि वे मैसेजिंग ऐप सिगनल को इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं.  Signal App भी Whatsapp की तरह इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है.


WhatsApp के पास इतना यूजर डेटा


डिवाइस ID, यूजर ID, एडवरटाइजिंग डेटा, परचेज हिस्ट्री, लोकेशन, फोन नंबर, ई-मेल एड्रेस, कॉन्टैक्ट्स, प्रोडक्ट इंटरैक्शन, क्रैश डेटा, परफॉर्मेंस डेटा, अदर डॉयग्नॉस्टिक डेटा, पेमेंट इंफो, कस्टमर सपोर्ट और अदर यूजर कंटेंट


वहीं Signal पूरी तरह सेफ है क्योंकि इसके पास यूजर का कोई भी डेटा नहीं होता. यहां पर्सनल डेटा के तौर पर Signal App सिर्फ आपका फोन नंबर स्टोर करता है और ऐप इसे आपकी पहचान से जोड़ने की कोशिश भी नहीं करता है.


Signal App: 2014 में लॉन्चिंग, 2021 में ट्रेंड 


वैसे तो Signal app 2014 से मार्केट में है लेकिन इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है. इस एप में सबसे खास ये बात है कि ये सिर्फ आपका फोन नंबर ही एक्सेस करता है. बेहद खास फीचर्स की बात करें तो इस प्लेटफॉर्म में ग्रुप बनाने के लिए किसी को इन्विटेशन भेजना ही होगा. जब तक आप उसे स्वीकार नहीं करते तब आप को किसी भी ग्रुप मे एड यानी जोड़ा नहीं जा सकता है. जबकि WhatsApp पर कोई किसी को जब चाहे तब किसी भी ग्रुप में एड कर सकता है.


Telegram का भी बढ़ेगा बोलबाला


Telegram में आपको सीक्रेट चैट का ऑप्शन मिलता है. एक ग्रुप में आप 2 लाख लोगों को जोड़ सकते है. जबकि WhatsApp में एक ग्रुप में सिर्फ 256 लोग ही एड हो सकते है. वहीं Discord भी एक सोशल नेटवर्किंग ऐप है जो शुरुआत मे सिर्फ गेमर्स के लिए बनाया गया था लेकिन अब सभी यूज कर रहे है. इसमें ग्रुप की जगह सर्वर्स (Servers) होते है. हर सर्वर एक खास काम के लिए होता है जैसे कि game और study के लिए अलग ऑप्शन हैं.


Whatsapp की नई प्राइवेसी पॉलिसी आने के बाद सिग्नल ऐप को भारत में काफी पसंद किया जा रहा है.भारत में सिग्नल ऐप के डाउनलोड की बात करे तो 1 जनवरी 2021 से 7 जनवरी 2021 तक डाउनलोड में 79% तक वृद्धि देखने को मिली है. वहीं टेलीग्राम की बात करे तो उसमे भी वृद्धि देखने को मिली है 


(Source - Sensor Tower)


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