Tech News in India: दुनिया के मशहूर बिजनेसमैन एलन मस्क की स्टारलिंक दोबारा से भारत में कदम रखने वाली है. आपको बता दें कि पीएम मोदी इन दिनों अपने अमेरिकी दौरे पर हैं. इस दौरान उनकी मुलाकात Elon Musk हुई. इस खास मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. मीटिंग के बाद एलन मस्क ने ऐलान किया कि उनकी कंपनी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस (Satellite Internet Service) को लॉन्च करने की योजना के तहत काम कर रही है. स्टारलिंक की एंट्री से भारत में इंटरनेट का स्वरूप पूरी तरह से बदल जाएगा.


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क्या है Starlink का मकसद?


स्टारलिंक एक सैटेलाइट कॉन्स्टीलेशन सिस्टम है जो दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को भी इंटरनेट मुहैया कराने का काम करती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि मई 2023 तक स्टारलिंक के पास 4 हजार से ज्यादा सैटेलाइट मौजूद थी. 2021 में स्टारलिंक ने भारत में रजिस्ट्रेशन कराया, जो स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम जाना जाता है. 


स्टारलिंक की एंट्री से होगा फायदा?


सबसे बड़ा सवाल है कि स्टारलिंक की भारत में एंट्री से क्या लाभ होगा. गौरतलब है कि स्टारलिंक की सुविधा के साथ देश में इंटरनेट की स्पीड में जबरदस्त इजाफा होगा. इससे इंडिया के इंटरनेट इकोसिस्टम में बड़ा चेंज देखने को मिलेगा. बता दें कि कंपनी वर्तमान समय में 300Mbps की स्पीड का दावा करती है. हालांकि, पिछड़े इलाकों में इतनी स्पीड मिलना थोड़ी मुश्किल है फिर भी स्टारलिंक की वजह से हाई स्पीड इंटरनेट में सुधार जरूर होगा.


भारत में स्टारलिंक की कीमत चिंता का विषय


कई विशेषज्ञ इसकी कीमत को लेकर काफी ज्यादा चिंतित हैं. उनका कहना है कि भारत में इंटरनेट सस्ता है लेकिन स्टारलिंक प्लांस काफी ज्यादा महंगे हैं. देखने की बात होगी कि क्या स्टारलिंक इस भारी प्रतियोगिता में ग्राहकों के बीच जगह बना पता है या नहीं. बता दें कि अमेरिका में स्टारलिंक के मंथली प्लांस करीब 7374 रुपये हैं.