मुंबई : डीटीएच और ओटीटी में भारत की अग्रणी टाटा स्काई ने महज 75 रुपये प्रति माह के शुल्क पर बेहतर कंटेंट प्रदान करने की पेशकश की है. इसके लिए उपभोक्ताओं को कोई अतिरिक्त इंटरनेट कनेक्शन की भी आवश्यकता नहीं होगी. कंपनी का कहना है कि टाटा स्काई वर्ल्ड स्क्रीन सभी ग्राहकों के लिए किफायती दर पर उलब्ध है. यह कंटेंट न केवल लार्ज स्क्रीन पर उपलब्ध होगा बल्कि उपभोक्ताओं के मोबाइल या लैपटॉप जैसे गैजेट्स पर भी देखने को मिलेगा.


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विज्ञापन-मुक्त 650 घंटों के कंटेंट की पेशकश
स्काई के चीफ कंटेंट ऑफिसर अरुण उन्नी ने कहा, 'टाटा स्काई वर्ल्ड स्क्रीन की लॉन्चिंग के साथ हम सिनेमा और टेलीविजन के शौकीनों के लिए न सिर्फ हॉलीवुड बल्कि दुनिया भर से गेट्र स्टोरीज के विज्ञापन-मुक्त 650 घंटों की पेशकश कर रहे हैं. हमारी सूची में दुनिया में सबसे लोकप्रिय और समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्में और टीवी शो शामिल हैं, इनमें से कई को भारत में पहले कभी टीवी पर नहीं देखा गया है.'


24 घंटे की होगी सर्विस
उन्होंने कहा कि पहली बार डीटीएच प्लेटफॉर्म एक विज्ञापन-मुक्त सेवा प्रदान करेगा जहां उपभोक्ता दुनिया भर की चुनिंदा सीरीज और फिल्में देख सकते हैं. यह 24 घंटे चलेगा और ज्यादातर शो ऐसे होंगे जो पहले कभी भारत में टीवी पर उपलब्ध नहीं हुए. यह सामग्री एसटीबी, टाटा स्काई मोबाइल एप और टाटा स्काई के वेब एप के माध्यम से ग्राहक अपने टीवी सेट पर देख सकेंगे. कंपनी की इस पहल को उस खबर का असर माना जा रहा है जिसमें यह कहा जा रहा था कि आप मोबाइल पोर्टेबिलिटी के बाद केबल सर्विस को भी पोर्ट करा सकेंगे.


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जल्द शुरू हो सकती है पोर्टेबिलिटी सर्विस
दूसरी तरफ मोबाइल की तरह केबल सर्विस पोर्टेबिलिटी की भी सुविधा शुरू होने की खबर है. इसके मुताबिक अब यदि मोबाइल की तरह आप अपने केबल सेवा प्रदाता से संतुष्ट नहीं है या उसके मासिक प्लान के लिए आप अधिक राशि अदा करते हैं तो आपको केबल सर्विस बदलवाने के लिए सेट टॉप बॉक्स बदलवाने की जरूरत नहीं होगी. जल्द ही मोबाइल ऑपरेटर्स की तरह डीटीएच और केबल ऑपरेटर्स को भी पोर्ट किया जा सकेगा. इससे आपको कोई भी सेवा प्रदाता चुनने की आजादी मिलेगी.


 

डीटीएच या केबल सर्विस प्रोवाइडर को पोर्ट करने के लिए सीडॉट ने ट्रायल शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि एक महीने के अंदर पोर्टेबिलिटी को लॉन्च किया जा सकता है. पोर्टेबिलिटी को लागू करने से पहले ट्राई सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत करेगा. आपको यह भी बता दें कि ट्राई का सेट टॉप बॉक्स पोर्टेबिलिटी को लेकर ट्रायल सफल रहा है. यह ट्रायल अक्टूबर में किया गया था. वहीं, ट्राई ने फरवरी, 2016 में डीटीएच या केबल सर्विस प्रोवाइडर के पोर्टेबिलिटी के लिए कंस्लटेशन शुरू किया था.


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ये होंगे फायदे


  • पोर्टेबिलिटी का सबसे बड़ा फायदा सहूलियत का होगा. अभी आपके एक सर्विस प्रोवाइड के चुनने पर उसी प्रदाता के साथ बने रहना होता है. पोर्टेबिलिटी के आने से यूजर्स को सहूलियत हो जाएगी और वह दूसरे नेटवर्क में आसानी से पोर्ट करा पाएगा.

  • इस दूसरा फायदा यह होगा कि पोर्टेबिलिटी के आने के बाद सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. इसका सीधा फायदा यूजर्स को होगा. ऐसे में मौजूदा टैरिफ से कम में प्लान पेश किए जा सकते हैं.

  • प्रतिस्पर्धा बढ़ने पर जैसे टेलीकॉम कंपनियां नए ऑफर और डिस्काउंट पेश करती हैं. उसी तरह डीटीएच सेवा प्रदाता भी ऑफर्स और डिस्काउंट पेश कर सकती हैं.

  • इससे यूजर एक्सपीरियंस बेहतर होगा. अगर आपको किसी सेवा प्रदाता की सेवाएं ठीक नहीं लग रही तो आप इसे अपनी पसंद के अनुसार कभी भी पोर्ट करा पाएंगे. इसी के साथ जब यूजर्स इस मामले में और सजग होंगे और कंपनियों को यूजर को अपने साथ बनाए रखने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी.