अमेरिका की एक अदालत ने चीन की कंपनी ByteDance को अपना शॉर्ट वीडियो ऐप TikTok बेचने का आदेश दिया है. अगर ऐसा नहीं किया गया तो अमेरिका में टिकटॉक पर पूरी तरह से बैन लग सकता है. इस फैसले से फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी Meta और गूगल और यूट्यूब की पेरेंट कंपनी Alphabet को फायदा हुआ है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमेरिका का कानून


मेटा के शेयर पिछले हफ्ते रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए, हालांकि यह फैसला बाइटडांस के लिए एक बड़ा झटका है. अमेरिका में 17 करोड़ लोग टिकटोक का इस्तेमाल करते हैं. अमेरिकी कांग्रेस ने एक कानून पारित किया था, जिस पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हस्ताक्षर किए थे.


इस कानून के तहत अमेरिकी सरकार को अधिकार दिया गया है कि वह विदेशी कंपनियों के ऐसे ऐप्स पर बैन लगा सकती है, जो अमेरिकी नागरिकों की डेटा प्राइवेसी के लिए खतरा हैं. बाइटडांस और टिकटोक ने इस कानून को चुनौती दी थी, क्योंकि उनका कहना था कि यह अमेरिकी नागरिकों के बोलने की आजादी के अधिकार का हनन करता है.


यह भी पढ़ें - भारत में लॉन्च हुई Redmi Note 14 सीरीज, धांसू फीचर्स के साथ मिलेगी दमदार बैटरी


Meta और Alphabet को कैसे हुआ फायदा
मेटा के शेयर $629.78 तक पहुंच गए थे, जो रिकॉर्ड ऊंचाई है. बाद में यह $625.37 पर बंद हुआ, जो 2.7% की बढ़ोतरी है. मेटा के प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम, टिकटोक के प्रतिद्वंदी हैं. केवल मेटा ही नहीं यूट्यूब और गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयर भी 1.1% बढ़कर $174.68 हो गए. यूट्यूब भी शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म शॉर्ट्स ऑफर करता है. ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप, जिसके पास ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म है, उसके शेयर 3.4% बढ़कर $34.89 हो गए. बाइटडांस और टिकटोक इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं.


यह भी पढ़ें - बहुत काम का है WhatsApp का ये फीचर, नहीं ढूंढना पड़ेगा कोई भी मैसेज, चैटिंग हो जाएगी आसान


टिकटॉक का क्या कहना है
कंपनी का कहना है कि यह कानून बोलने की आजादी के अधिकार का हनन करता है और सेंसरशिप है. टिकटोक ने एक बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट का अमेरिकी नागरिकों के बोलने की आजादी के अधिकार की रक्षा करने का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है और हमें विश्वास है कि वे हमारे मामले में इस सिद्धांत को बनाए रखेंगे.