आपके Aadhaar डेटा को सुरक्षित रखने के लिए UIDAI ढूंढ रहा Hackers, वजह जानकर चौंक जाएंगे!
UIDAI Aadhaar डेटा को सुरक्षित रखने के लिए एक चौंकाने वाला कदम उठा रहा है. आपके आधार डेटा को सेफ रखने के लिए UIDAI देश के सबसे अच्छे 20 हैकर्स की मदद ले रहा है. आइए जानते हैं कि इस फैसले के पीछे क्या कारण है और हैकर्स डेटा को सुरक्षित कैसे रख सकेंगे..
UIDAI Looking for Hackers to Save Aadhaar Data: हम सभी लोगों की पहचान हमारे आधार कार्ड (Aadhaar Card) की मदद से होती है. आधार कार्ड्स का सारा डेटा यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Unique Identification Authority of India, UIDAI) देखता है. हाल ही में, UIDAI ने एक चौंकाने वाला अनाउन्स्मेन्ट किया है जिसमें यह कहा गया है कि उन्हें सभी के आधार डेटा को सुरक्षित रखने के लिए देश के सबसे शानदार 20 हैकर्स (Hackers) चाहिए हैं. आइए जानते हैं कि ये प्रोग्राम क्या है और इससे हमारा डेटा किस तरह सेफ रखा जाएगा..
Aadhaar डेटा को सेफ रखने के लिए UIDAI को चाहिए हैकर्स
आपको बता दें कि हाल ही में यह अनाउन्स्मेन्ट UIDAI ने आधिकारिक तौर पर किया है कि वो 20 ऐसे हैकर्स को ढूंढ रहा है जो आधार डेटा के सिक्योरिटी सिस्टम को चेक कर सकेंगे और बता सकेंगे कि उसमें कोई लूपहोल या गड़बड़ी तो नहीं है. इन हैकर्स को पैसे दिए जाएंगे या नहीं, इस बारे में तो फिलहाल जानकारी नहीं मिली है.
हैकर्स कैसे सेफ रखेंगे आपका Aadhaar डेटा
अब हम आपको बताएंगे कि ये 20 हैकर्स किस तरह काम करेंगे और आधार डेटा और UIDAI के सिक्योरिटी सिस्टम पर ध्यान कैसे देंगे. UIDAI के हिसाब से इन हैकर्स को UIDAI के सेंट्रल आइडेंटिटीज डेटा रेपोजिटरी (Central Identities Data Repository, CIDR) को पढ़ने का मौका दिया जाएगा. इसी में देश के 1.32 बिलियन नागरिकों का आधार डेटा स्टोर किया गया है. ये हैकर्स चेक करेंगे कि सिस्टम में कोई बग या प्रॉब्लम तो नहीं है और इस बारे में बताएंगे.
कैसे चुने जाएंगे ये हैकर्स
आपको बता दें कि इन 20 हैकर्स को चुनने के लिए एक प्रोसेस डिजाइन किया गया है और इन लोगों को कुछ शर्तों पर खरा उतरना होगा. UIDAI ने कहा है कि इनमें से कोई भी हैकर ऐसा नहीं होना चाहिए जो UIDAI के लिए काम करता हो या पहले कर चुका हो. साथ ही, इन हैकर्स में से कोई ऐसा भी नहीं होना चाहिए जो UIDAI की कान्ट्रैक्टेड तकनीकी सपोर्ट और ऑडिट ऑर्गनाइजेशन्स से पिछले सात सालों में कभी जुड़ा हो. चुने कैन्डिडेट्स ऐसे होने चाहिए जो HackerOne, Bugcrowd या Microsoft-Apple-Facebook-Google के बाउन्टी प्रोग्राम के लीडर बोर्ड के टॉप 100 में हों.
इन सभी हैकर्स को UIDAI के साथ एक नॉन-डिस्कलोजर एग्रीमेन्ट साइन करना होगा और उनके सभी नियमों का पालन करना होगा. ये सभी आधार कार्ड होल्डर होने चाहिए और जाहिर-सी बात है, भारतीय होने चाहिए.
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