Air Conditioner Temperature: भारत में तपती गर्मी शुरू हो चुकी है. गर्मी इतनी तेज पड़ रही है कि टेम्परेचर की हाफ सेंचुरी होने वाली है. दिल्ली में 47 डिग्री तक टेम्परेचर पहुंच चुका है. ऐसे में एयर कंडीशनर चालू हो चुके हैं. गर्मी इतनी है कि एसी की हवा भी कम लग रही है. एसी का टेम्परेचर ज्यादा से ज्यादा 30 तक होता है और कम से कम 16 डिग्री तक होता है. लेकिन आपको पता है कि एसी का टेम्परेचर 16 डिग्री तक ही क्यों होता है. आइए जानते हैं डिटेल में...


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AC का टेम्परेचर 16 डिग्री तक ही क्यों जाता है?


एसी में ठंडी हवा एवैपोरेटर की वजह से मिलती है. कूलेंट की वजह से हम ठंडी हवा ले पाते हैं. अगर टेम्परेचर को 16 डिग्री से नीचे सेट कर दिया जाए तो एवैपोरेटर बर्फ का गोला बन जाएगा, यानी उसमें बर्फ जम जाएगी. इससे खराब हो जाएगा. इसलिए कंपनियां टेम्परेचर को 16 डिग्री तक ही सेट करती हैं. 


क्या होता है इवैपोरेटर?


एयर कंडीशनर (AC) में ठंडक पैदा करने का असली जादूगर होता है इवैपोरेटर. यह एक ऐसा उपकरण है जिसके इर्द-गिर्द घूमती है पूरी गैस प्रक्रिया. कल्पना करें, कंडेनसर से गर्म गैस निकलती है, जो बाहरी हवा में गर्मी छोड़कर ठंडी और लिक्विड बन जाती है. यह ठंडी लिक्विड गैस इवैपोरेटर कॉइल में प्रवेश करती है. यहां इवैपोरेटर अपना जादू दिखाता है. 


यह लिक्विड गैस को एवैपोरेटिड करके वापस गैस में बदल देता है. इस प्रक्रिया में, इवैपोरेटर आसपास की हवा से गर्मी सोख लेता है, जिससे हवा ठंडी हो जाती है. बस, यही ठंडी हवा है जो आपके कमरे में बहती है और आपको गर्मी से राहत देती है. इसी तरह, इवैपोरेटर बार-बार गैस को लिक्विड और फिर वापस गैस में बदलकर, आपके लिए ठंडक पैदा करता रहता है.


इसलिए एसी के रिमोट में 16 पर फ्रीज का लोगो रहता है, यानी वो इंडिकेट करता है कि इससे कमरा काफी ठंडा हो जाएगा. लेकिन बता दें, अगर आप बिजली बिल को बचाना चाहते हैं तो एसी को 24 डिग्री पर ही चलाएं. एक्सपर्ट्स भी यही सलाह देते हैं. 24 डिग्री पर कमरा ठंडा भी हो जाता है और हेल्थ के लिए भी अच्छा होता है.