माइक्रोसॉफ्ट इस साल के अंत तक विंडोज 10 पीसी के लिए सपोर्ट खत्म करने जा रहा है. लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञों को इस बात की चिंता है कि इसका क्या असर पड़ेगा. वे लाखों विंडोज 10 यूजर्स को सलाह दे रहे हैं कि वे जल्द से जल्द अपने कंप्यूटर को अपग्रेड कर लें और अक्टूबर 2025 तक इंतजार न करें. साइबर सुरक्षा फर्म ESET ने इस बारे में जानकारी दी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हैकर्स उन लोगों को निशाना बना सकते हैं जिनके सिस्टम की सिक्योरिटी सपोर्ट अगले कुछ महीनों में खत्म हो जाएगा.


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सिक्योरिटी एक्सपर्ट की सलाह


ESET के एक सुरक्षा विशेषज्ञ ने कहा, 'हम सभी यूजर्स को सलाह देते हैं कि वे अक्टूबर तक इंतजार न करें, बल्कि तुरंत विंडोज 11 पर अपग्रेड कर लें. अगर उनके डिवाइस को विंडोज के लेटेस्ट वर्जन पर अपग्रेड नहीं किया जा सकता है, तो उन्हें कोई दूसरा ऑपरेटिंग सिस्टम चुन लेना चाहिए.'


क्या है समस्या?


माइक्रोसॉफ्ट के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि आज भी 60 प्रतिशत से ज्यादा विंडोज पीसी पुराने विंडोज 10 वर्जन पर चल रहे हैं. यह स्थिति विंडोज 7 से विंडोज 10 में हुए अपग्रेड से काफी अलग है. कंपनी ने TPM 2.0 की आवश्यकता के कारण लाखों पीसी के लिए मुफ्त विंडोज 11 अपग्रेड का रास्ता बंद कर दिया है और वर्तमान में विंडोज मार्केट की स्थिति ऐसी है कि आपको अगला पीसी खरीदने के लिए काफी ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे.


क्या है ऑप्शन?


विंडोज ही एकमात्र ऑप्शन नहीं है. यूजर्स आसानी से मैक खरीद सकते हैं या अगर उन्हें जानकारी है और रुचि है तो Linux का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सुरक्षा खतरे हमेशा लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं और ESET केवल इन यूजर्स को चेतावनी दे रहा है ताकि वे किसी बड़ी समस्या से बच सकें और इन सिस्टमों का इस्तेमाल करने वाले लोगों को होने वाले नुकसान को रोका जा सके.


भारत जैसे देशों में विंडोज 11 अपग्रेड की स्थिति अलग हो सकती है. यहां का इकोसिस्टम अलग है और लोग अपने कंप्यूटर पर इन ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने के लिए सस्ते ऑप्शन्स की तलाश कर सकते हैं.