Dangerous place in Lucknow: नवाबों का शहर कहे जाने वाला लखनऊ अपनी कई ऐतिहासिक चीजों के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई ऐसी जगह है जहां पर दिन के उजाले में भी लोग नहीं जाते हैं. ये जगह बहुत डरावनी है. यहां पर बहुत कम लोग आपको दिखाई देंगे. वैसे तो आपने लखनऊ में बहुत सी जगह घूमी होंगी लेकिन आज हम कई ऐसी जगहों के बारे में आपको बताएंगे, जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे.


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सिकंदर बाग
लखनऊ का सिकंदर बाग काफी डरावना है. यहां की कहानी भी बहुत ही डरावनी है. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कहानी में इसका जिक्र किया जाता है. स्वतंत्रता आंदोलन के समय लगभग 2000 से भी अधिक लोगों की यहां पर हत्या कर दी गई थी और शव को खुले में छोड़ दिया गया था. कहा जाता है कि सूरज ढलने के बाद यहां अजीबो-गरीब आवाजे आती है.


दिलकुशा गार्डन
लखनऊ का दिलकुशा गार्डन बहुत डरावना है. ये काफी फेमस भी है. बताया जाता है कि एक महिला ने अपने दो प्रेमियों को मौत के घाट उतार दिया था और शव को इसी गार्डन में फेंक दिया था. इस घटना के बाद से इस गार्डन में कोई भी व्यक्ति अकेले नहीं आ सकता है.


बलरामपुर हॉस्पिटल
बलरामपुर हॉस्पिटल को देखकर आपको पुराने जमाने के खंडहर महल याद आ जाएंगे. कहा जाता है कि कब्रिस्तान की जमीन पर इसका निर्माण किया गया था. स्थानीय लोगों की मानें तो यहां पर हमेशा अजीबोगरीब हरकतें हुआ करती हैं. शाम होते ही यहां से चिल्लाने की आवाज आती है.


ओइल हाउस
लखनऊ का ओइल हाउस भी काफी खौफनाक जगहों में से एक है. ब्रिटिश काल में मरने वाले अधिकारियों को यहां मौजूद कुएं में फेंक दिया जाता था. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस जगह पर ब्रिटिश लोगों की आत्मा आज भी रहती है. इस कुएं के आसपास कोई भी नहीं जाता है.


रेजीडेंसी पार्क
ब्रिटिश अधिकारियों और उनके परिवार ने 1857 के दौरान यहां पर अपनी जान गवां दी थी. कई बार यहां पर घूमने आए सैलानियों ने अलौकिक शक्तियों की शिकायत की. इमारत का बेसमेंट इतना खौफनाक है कि यहां जाने की हिम्मत कोई नहीं कर पाता है. यहां पर अंधेरा होने के बाद सारे दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं.


बड़ा इमामबाड़ा
लखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा बहुत ही फेमस है. उत्तर प्रदेश में बड़े अकाल के कारण मुगल काल के दौरान बनी इस शानदार इमारत में काम करते समय कई लोगों ने अपनी जान गवा दी थी. स्थानीय लोगों की मानें तो उनकी आत्मा आज भी यहां पर भटकती है. यहां पर एक बढ़ा तैखाना है, जहां पर कैदियों को रखा जाता था और कुछ दिन बाद उनकी मौत हो गई थी. जिनकी आत्मा आज भी यहां पर मौजूद है.


बेगम कोठी
लखनऊ की बेगम कोठी में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 600 से 700 आजादी के दीवानों की मौत हो गई थी. आज भी इन लोगों की आत्मा यहां पर भटकती रहती है. रात होने के बाद यहां से काफी आवाजें आती हैं और कई बार लोगों को अजीबो-गरीब हरकतें भी दिखाई दी है.


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