Pakistani टीवी एंकर्स ने लाइव शो में खुद के लोगों को सुनाई खरी-खोटी, खूब की भारत की तारीफ
Pakistani People’s Reaction On India: भारत के चांद मिशन की सफलता को ग्लोबल लेवल पर सराहना मिली, यहां तक कि पाकिस्तान से भी इसे स्वीकार किया. इस उपलब्धि को भारतीय मीडिया ने बड़े पैमाने पर कवर किया, पूर्व मंत्रियों और न्यूज एंकर्स ने इस उपलब्धि के लिए इसरो की सराहना की.
Pakistani TV Anchors Video: भारत ने 23 अगस्त को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की जब चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) ने चांद के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की. इस उपलब्धि ने भारत को अमेरिका, चीन और रूस के बाद चांद पर सफल लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऐसा करने वाला पहला देश बना दिया. भारत के चांद मिशन की सफलता को ग्लोबल लेवल पर सराहना मिली, यहां तक कि पाकिस्तान से भी इसे स्वीकार किया. इस उपलब्धि को भारतीय मीडिया ने बड़े पैमाने पर कवर किया, पूर्व मंत्रियों और न्यूज एंकर्स ने इस उपलब्धि के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सराहना की.
पाकिस्तानी टीवी एंकर्स ने कही दिल की बात
दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान के जियो न्यूज प्रोग्राम के एक हिस्से में पाकिस्तान की अपनी चुनौतियों के मुकाबले भारत से तुलना की और टीवी एंकर्स ने भारतीयों की जमकर तारीफ की, जबकि खुद के लोगों को खरी-खोटी सुनाई. यही वजह है कि भारतीय नेटिजन्स का ध्यान इस वीडियो पर गया और अब यह सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. शो के बारे में बात करते हुए एंकर्स हुमा अमीर शाह और अब्दुल्ला सुल्तान ने चंद्रयान -3 मिशन की सफल जीत के बारे में बात की, जिसमें दोनों देशों की स्थितियों के बीच अंतर पर बात किया. हुमा को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "इंडिया चांद पर पहुंच गया, हम बीच में ही फंसे हुए हैं."
एंकर्स ने भारतीयों की जमकर तारीफ की
शो के दौरान हुमा को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "हमें अपना दायरा बढ़ाने की जरूरत है." टीवी न्यूज एंकर्स ने भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता के बारे में जिक्र किया. वीडियो के आखिर में दोनों ने भारत के चंद्रयान-3 मिशन की खुले दिल से सराहना की और इस उपलब्धि पर उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त की. उन्होंने कहा, “हमें यहां बैठकर खुशी हो रही है." मालूम हो कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान, 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था. यह 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक लैंड कर गया.