Basant Maheshwari Tips: बजट सत्र शुरू होने के साथ ही लोगों की व‍ित्‍त मंत्री से उम्‍मीदें भी बढ़ गई हैं. शेयर बाजार के न‍िवेशकों के ल‍िए अगले 72 घंटे काफी अहम हैं. अडानी पर ह‍िंडनबर्ग र‍िपोर्ट आने के बाद प‍िछले द‍िनों शेयर बाजार में जबरदस्‍त ग‍िरावट आई है. अब बजट से पहले शेयर बाजार में फ‍िर से ग‍िरावट देखी जा रही है. ऐसे में बजट से आपको क्‍या लगता है. बजट में होने वाली घोषणाएं शेयर बाजार की चाल तय करेंगी. साथ ही कुछ और फैक्‍टर भी बाजार का भव‍िष्‍य तय करेंगे. अगर क‍िसी इनवेस्‍टर का तीन, चार या पांच महीने का व्‍यू हैं तो अगले 72 घंटों में तीन चीजें होने वाली हैं, जो शेयर बाजार के ह‍िसाब से महत्‍वपूर्ण हैं.


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अगर आप भी शेयर बाजार में न‍िवेश करते हैं या इस बारे में जानकारी रखना चाहते हैं तो आपको बसंत माहेश्‍वरी के ट‍िप्‍स जरूर सुनने चाहिए. Basant Maheshwari Wealth Advisers LLP के को-फाउंडर हैं और उन्‍हें दशकों से शेयर बाजार का अच्‍छा अनुभव है. आइए जानते हैं अगले 72 घंटे और उनमें तीन अहम कारण.


एफओएमसी की मीट‍िंग
फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की मीट‍िंग इसी दौरान होनी है. इस बार फेड र‍िजर्व की तरफ से 25 बेस‍िस प्‍वाइंट की ब्‍याज दर में बढ़ोतरी तय है. लेक‍िन इसे बढ़ाने के बाद उनका बयान काफी अहम होगा. बसंत माहेश्‍वरी ने पाठकों के साथ अमेर‍िका में यूज्‍ड कारों का डाटा शेयर करते हुए बताया क‍ि यूएस में 2020-21 में यूज्‍ड कारों के दाम काफी बढ़ गए थे. वहां नई गाड़ी के मुकाबले कुछ पुरानी गाड़‍ियां ज्‍यादा महंगी थी. इसका कारण था नई गाड़‍ियों पर ज्‍यादा वेट‍िंग होना. वहां पर इंफलेशन में यूज्‍ड कार के मार्केट का अहम रोल है. मई 2022 में यूज्‍ड कारें सबसे ज्‍यादा महंगी थी, अब इनके दाम ग‍िरकर नीचे आ गए हैं. महंगाई दर भी नीचे आई है. एफआईआई भारतीय बाजार से तब तक पैसा न‍िकालता रहेगा, जब तक क‍ि फेडरल र‍िजर्व की तरफ से ब्‍याज दर में ग‍िरावट नहीं की जाती.


यून‍ियन बजट
एक द‍िन बाद यानी 1 फरवरी को व‍ित्‍त मंत्री न‍िर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. बजट की हलवा सेरेमनी हो चुकी है. अगर हम बजट से बहुत कुछ ज्‍यादा उम्‍मीद करके चल रहे हैं तो ऐसा कुछ खास नहीं होने वाला है. वह कहते हैं बजट स्‍पीच के दौरान भी न‍िवेशकों को उम्‍मीद कुछ न कुछ अच्‍छा म‍िलने की रहती है. उन्‍होंने उम्‍मीद जताई क‍ि यद‍ि बजट में बहुत बड़ा कोई बदलाव नहीं हुआ तो बजट पेश होने के बाद भी मार्केट ठीक रहेगा. पहले ही मार्केट काफी नीचे आ चुका है. बजट से पहले मार्केट ग‍िरने का मतलब है क‍ि न‍िवेशक सरकार से बहुत ज्‍यादा उम्‍मीद नहीं करके चल रहे.


अडानी का एफपीओ
अडानी का एफपीओ भी बाजार पर असर डालेगा. बसंत माहेश्‍वरी ने उम्‍मीद जताई क‍ि अडानी का एफपीओ बंद हो जाएगा. सोमवार शाम को भी अबू धाबी से इनवेस्‍टमेंट हुआ है. कौन न‍िवेश करेगा यह आने वाले द‍िनों में देखना होगा. एफपीओ की स्‍थ‍ित‍ि कल सुबह तक साफ हो जाएगा.


(डिस्‍क्‍लेमर: यहां सिर्फ मार्केट की परफॉर्मेंस से जुड़ी जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है. शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)