Latest update budget: व‍ित्‍त मंत्री न‍िर्मला सीतामरण (Nirmala Sitharaman) कुछ ही देर में बजट पेश करने वाली हैं. आम जनता को बजट से सिर्फ इतना मतलब होता है कि उनके फायदे का क्‍या होना वाला है? क्‍या सरकार इनकम पर टैक्‍स कम करेगी? क्‍या सरकार लगने वाले दूसरे टैक्‍सों में राहत पहुंचाएगी. जिससे लोगों का खर्च कम हो. ऐसे में आज हम आपको 1997 के बजट के बारे में बता रहे हैं. जिसे लोग ड्रीम बजट भी कहते हैं. उस जमाने में वित्‍त मंत्री पी. चिदंबरम हुआ करते थे. उन्‍होंने शाम को जैसे ही बजट पेश किया. व्‍यापार करने वाले और नौकरी करने वाले लोगों के चेहरे पर मुस्‍कान आ गई. आइए जानते हैं लोग उस समय इतना क्‍यों खुश हुए थे?


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ड्रीम बजट (Dream Budget of india) 


पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने 1997 में ऐसा बजट पेश किया कि उसे लोग आज भी ड्रीम बजट कहते हैं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि सरकार ने इसमें इनकम और कंपनी टैक्स में भारी कटौती का ऐलान कर दिया था. इसके अलावा-अलावा सरचार्ज भी खत्म किया था. इसके अलावा ब्‍लैक मनी को लेकर भी ऐसा ऐलान हुआ था‍ कि काली कमाई वाले भी खुश हुए थे क्‍योंकि सरकार इस बजट में काले धन को विदेश से लाने के लिए वॉलंटियरी डिसक्लोजर ऑफ इनकम स्कीम (VDIS) लेकर आई थी. 


कॉरपोरेट की हुई बल्‍ले-बल्‍ले! 


पी च‍िदंबरम ने 1997 में बजट पेश करते हुए कॉरपोरेट के लिए बड़ा ऐलान कर दिया. उस समय उन्‍होंने टैक्स प्रावधान को तीन स्लैब में बांट दिया. कंपनियों को इसलिए फायदा हुआ क्‍योंकि कॉरपोरेट टैक्स से सरचार्ज को कम कर दिया गया. आपको बता दें कि इन सुधारों का असर भी देखने को मिला. वॉलंटियरी डिसक्लोजर ऑफ इनकम स्कीम आने से लोगों ने अपनी इनकम का खुलासा किया. सरकार को पर्सनल इनकम टैक्स से 18,700 करोड़ रुपये की आय हुई. 


पी चिदंबरम ने शाम को किया था बजट पेश  


पहले 28 या 29 फरवरी को बजट पेश होता था और 1998 तक बजट शाम को आता था. इस परंपरा को 1999 में अटल सरकार ने तोड़ दिया यानी 1997 में तत्‍कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शाम को बजट पेश किया था.   


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