Vidhan Sabha Chunav Exit Poll: मोदी की योजनाएं या गहलोत-कमलनाथ की `जादूगरी`, राजस्थान-MP में किसे मिलेगी गद्दी?
Rajasthan-MP-Chhattisgarh Exit Poll: राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में किसकी सरकार बनेगी, इसका फैसला तो 3 दिसंबर को होगा. लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल क्या कहते हैं, उससे आपको सियासी तस्वीर समझाते हैं.
Election 2023: मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम और छत्तीसगढ़ की कुर्सी पर कौन बैठेगा, वो 3 दिसंबर को मालूम चल जाएगा. चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. चुनाव के नतीजों से पहले गुरुवार को एग्जिट पोल के नतीजे घोषित कर दिए गए, जिसमें जनता का मूड टटोलने की कोशिश की गई. किसी एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती नजर आई तो किसी में बीजेपी को. लेकिन इन पांचों राज्यों में सियासी ऊंट किस करवट बैठेगा, चलिए एग्जिट पोल से समझने की कोशिश करते हैं.
पहले बात राजस्थान की करेंगे. एग्जिट पोल के अनुमान आए तो बीजेपी और कांगेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आई. एक्सिस माय इंडिया ने बीजेपी को 80-100 और कांग्रेस 86-106 सीटें मिलने का अनुमान जताया. जबकि MATRIZE के मुताबिक बीजेपी को 115-130 सीटें और कांग्रेस को 65-75 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 12-19 सीटें आ सकती हैं.
वहीं सी वोटर के मुताबिक बीजेपी को 94-114 सीटें, कांग्रेस को 71-91 सीटें मिल सकती हैं. सीएनएक्स के मुताबिक कांग्रेस को 94-104 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं बीजेपी के खाते में 80-90 सीटें आ सकती हैं.POLSTRAT की मानें तो बीजेपी को 110 सीटें और कांग्रेस को 90
कांग्रेस की योजनाओं की दिखेगी 'जादूगरी'?
एक तरफ कांग्रेस गहलोत सरकार के शासन, चिरंजीवी योजना, मुफ्त बिजली, ओपीएस, बस किराये में महिलाओं को छूट, 500 रुपये में सिलेंडर और महंगाई राहत कैंप जैसी योजनाओं के गुण गा रही है तो वहीं बीजेपी ने पीएम मोदी की योजनाओं को तो फ्रंटफुट पर रखा ही है, साथ ही परीक्षाओं में धांधली, कन्हैयालाल हत्याकांड, महिला सुरक्षा और किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी जैसे मुद्दों को उठाकर गहलोत सरकार पर वार किया है.
एग्जिट पोल को देखें तो वहां आपको मिला-जुला समीकरण नजर आएगा. यूं तो राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलने का रिवाज है ही. देखना ये होगा कि क्या अपनी स्कीम्स की जादूगरी से गहलोत जनता से एक और मौका ले पाएंगे या फिर बीजेपी पीएम मोदी की योजनाओं से जनता को लुभाने में कामयाब होगी.
क्या एमपी में रहेगा शिव का राज?
अब मध्य प्रदेश का रुख करते हैं. AXIS My India के मुताबिक बीजेपी मध्य प्रदेश में वापसी कर सकती है. उसको 140-162 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को 68-90 सीटें मिल सकती हैं. MATRIZE के मुताबिक कांग्रेस को 97-107 सीटें मिल सकती हैं. वहीं सी वोटर के अनुमान के मुताबिक बीजेपी को 88-112 सीटें और कांग्रेस को 113-137 सीटें मिलने की संभावना है. CNX एग्जिट पोल की मानें तो बीजेपी को 140-159 और कांग्रेस को 70-89 सीटें मिलने का अनुमान है.
POLSTRAT ने बीजेपी को 106-116 सीटें और कांग्रेस को 111-121 सीटें मिलने का अनुमान जताया है. मध्य प्रदेश की सत्ता में बीजेपी को काफी लंबा वक्त हो चुका है. शिवराज सिंह चौहान तीन दशक से राज्य की कुर्सी पर काबिज हैं. खुद को 'मामा' कहलवाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से पहले ही सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण का दांव चल दिया था. इसके अलावा लाडली बहन योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, नारी सम्मान कोष, स्कूटी योजना और कन्या विवाह योजना के जरिए शिवराज ने महिलाओं को अपने पक्ष में करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी.
इसके अलावा किसानों के लिए ब्याज माफी योजना, मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना, रोजगार सहायकों का वेतन डबल और सीएम राइज स्कूल जैसी योजनाओं से भी उन्होंने सूबे की जनता का दिल जीतने की कोशिश की. लेकिन एंटी इन्कमबेंसी, महिलाओं के खिलाफ अपराध और अपराधियों के बढ़ते हौसलों ने कांग्रेस को सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोलने का मौका दे दिया है.
छत्तीसगढ़ में बघेल की रहेगी सत्ता
छत्तीसगढ़ के पोल ऑफ पोल्स को देखें तो वहां कांग्रेस सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है. ज्यादातर एजेंसियों ने उसका पलड़ा भारी बताया है. सीएम भूपेश बघेल ने अपनी सरकार की योजनाओं को जनता के आगे जमकर भुनाया है. आदिवासी समुदाय को भी साधने की उन्होंने कोशिश की है. बीजेपी भले ही छत्तीसगढ़ सरकार को भ्रष्टाचार, महादेव ऐप के अलावा अन्य मुद्दों पर घेर रही है. लेकिन एग्जिट पोल देखकर लगता है कि जनता बघेल सरकार को एक और मौका दे सकती है.
तेलंगाना में कांटे की टक्कर
तेलंगाना का रुख करें तो POLSTRAT के मुताबिक, कांग्रेस और सत्ताधारी बीआरएस के बीच कांटे की टक्कर है. बीआरएस को जहां 48-58 सीट मिलने का अनुमान है तो वहीं कांग्रेस को 49-56 सीटें मिल सकती हैं. तेलंगाना में एक दशक से बीआरएस सरकार का राज है. सीएम केसीआर पर परिवार और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने के अकसर आरोप लगते रहे हैं. केसीआर सरकार अकसर रायथु बंधु योजना, कल्याण लक्ष्मी और शादी मुबारक जैसी योजनाओं की बढ़-चढ़कर तारीफ करती है. लेकिन इस बार मुकाबला टक्कर का होता नजर आ रहा है.
वहीं 40 सीटों वाले मिजोरम के एग्जिट पोल में सत्ताधारी दल की सत्ता जाती नजर आ रही है. मुख्यमंत्री जोरमथंगा की पार्टी एमएनएफ को 3-7 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि नई पार्टी जेडपीएम को 28-35 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं बीजेपी को 0-2 सीटें, कांग्रेस को 2-4 सीटें मिल सकती हैं.