Assembly Elections: हमास-तालिबान पर योगी की `स्ट्राइक`, कहा- इनका इलाज बजरंगबली की गदा ही है
Assembly Elections 2023: सीएम योगी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के प्रत्याशी के रूप में बाबा बालकनाथ को उतारा है. इन्हे भी आप योगी की छाया ही समझे. हमने जो यूपी में किया वो बालकनाथ राजस्थान में करेंगे.
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होंगे. इस राज्य की सभी 200 सीटों के लिए एक ही चरण में वोटिंग होगी. राजस्थान विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 3 दिसंबर को घोषित किया जाएगा. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी यहां जीत के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. 5 साल सत्ता से बाहर रही बीजेपी ने यहां वापसी के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी के कई स्टार प्रचारक यहां पार्टी के प्रत्याशियों के लिए सभाएं कर रहे हैं. इसी कड़ी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनावी सभा के लिए राजस्थान के तिजारा पहुंचे. उन्होंने यहां बाबा बालकनाथ के लिए वोट करने की अपील की और कहा कि तालिबान का उपचार बजरंगबली की गदा ही है.
सीएम योगी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के प्रत्याशी के रूप में बाबा बालकनाथ को उतारा है. इन्हे भी आप योगी की छाया ही समझे. हमने जो यूपी में किया वो बालकनाथ राजस्थान में करेंगे. अपराधियों के लिए बुलडोजर चलने में अब समय नही लगेगा. तिजारा में हम कोई जातिपात नही देखते हुए भाजपा का प्रत्याशी को जिताए. अगर गलती से कांग्रेस सफल हो गई तो तिजारा भी तालिबान बन जायेगी और गुंडाराज खुलेआम होगा.
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि गाजा में इजराइल तालिबानी मानसिकता को कैसे कुचलने का काम कर रहे हैं, एक दम निशाना मार मार करके... अराजकता, आतंकवाद, गुंडागर्दी सभ्य समाज के लिए कलंक है. जहां गुंडागर्दी और अराजकता के साथ वोटबैंक जुड़ जाती है तो पूरा सभ्य समाज उसके चपेट में आजाता है. आज भारत नए रूप में है.
बता दें कि राजस्थान के अलवर से सांसद बाबा बालकनाथ मस्तनाथ मठ के महंत हैं. उनको राजस्थान का योगी भी कहा जाता है. यही वजह है कि इस बार उनको तिजारा से विधानसभा का टिकट दिया गया है. वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर इमरान खान को उतारा है. मेवात का पूरा इलाका मुस्लिम बहुल माना जाता है, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है, इसलिए यहां पर इमरान खान की मजबूत पकड़ मानी जाती है.
साल 2013 और 2018 में हुए विधानसभा चुनावों की बात करें तो यहां कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा है. साल 2018 में बीएसपी के टिकट पर संदीप यहां चुनाव जीते थे. वहीं, 2013 में मामन सिंह यादव ने यहां जीत हासिल की थी.
वहीं, बाबा बालकनाथ की बात करें तो उनकी छवि, स्टाइल और ड्रैसिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलती-जुलती है. उनकी गिनती बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में होती है. वह 2019 के लोकसभा चुनाव में अलवर से सांसद चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस के नेता भंवर जितेंद्र सिंह को शिकस्त दी थी.