Madhya Pradesh Chunav Update: मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि राज्य में किसी सरकार बनेगी. मतों की गणना 3 दिसंबर को होगी, जिसके बाद साफ होगा कि कुर्सी पर कौन काबिज होगा. इससे पहले सभी राजनीतिक दलों में हलचल शुरू हो गई है. नतीजों से पहले सभी पार्टियों के प्रत्याशी हार-जीत का गणित लगा रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कलेक्टर को सस्पेंड करने की मांग


कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को बालाघाट जिले के कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा को तत्काल निलंबित करने एवं स्ट्रांग रूम से पोस्टल बैलेट निकालकर उसमें हेराफेरी करने की जांच कराने हेतु चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है. चुनाव आयोग को निर्वाचन की निष्पक्षता बरकरार रखने के लिये बालाघाट कलेक्टर के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिए.


मध्य प्रदेश में अगले 5 साल किसका होगा राज


मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर एक फेज में वोटिंग हो चुकी थी. सभी सीटों पर एक साथ 17 नवंबर को वोट डाले गए थे. चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे. इसके बाद तय होगा कि एमपी की सत्ता पर अगले पांच साल तक किसका राज होगा.


मध्य प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड मतदान


मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 17 नवंबर को छुटपुट हिंसा के बीच शांति से मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई. इस बार मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ मतदान किया और रिकॉर्ड बना दिया. इस बार 76.22 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इससे पहले इस साल 5.4 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे और वोटिंग परसेंट 75.49 रहा था. इस बार के चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर हुई, जहां 90.10 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. इससे पहले साल 2018 के चुनाव में इस सीट पर 88.35 प्रतिशत मतदान हुआ था.


मध्य प्रदेश में 2018 में हुए चुनाव के नतीजे


इससे पहले साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 में से 114 सीटों पर कब्जा किया था, जिसके बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे. वहीं, बीजेपी ने 230 में से 109 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन, मार्च 2020 में कुछ विधायकों के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए और कमलनाथ सरकार गिर गई. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने.