Rajasthan Chunav: `मंत्री जी` की अजब-गजब कहानी! पहले 12वीं तक की थी पढ़ाई, 5 साल बाद रह गए 10वीं पास
Lalchand Kataria Education: राजस्थान विधानसभा चुनाव के बीच राजस्थान सरकार के मंत्री लालचंद कटारिया की पढ़ाई की अजब-गजब कहानी सामने आई है. वो पहले 12वीं पास थे, लेकिन 5 साल बाद वो सिर्फ 10वीं पास रह गए.
Lalchand Kataria Education: राजस्थान विधानसभा चुनाव के बीच अशोक गहलोत सरकार के मंत्री लालचंद कटारिया अपनी शिक्षा को लेकर चर्चा में है. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया की पढ़ाई की अजब-गजब कहानी सामने आई है. वो पहले 12वीं पास थे, लेकिन 5 साल बाद वो सिर्फ 10वीं पास रह गए. इसकी जानकारी उन्होंने खुद चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में दी थी. इस बीच उस स्कूल का बयान सामने आ गया है, जिसका जिक्र उन्होंने अपने शपथ पत्र में किया था. स्कूल प्रबंधन ने कहा है कि लालचंद कटारिया ने कभी भी उनके स्कूल में पढ़ाई नहीं की.
2003 में 12वीं और 2008 में रह गए 10वीं पास
राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) ने साल 2003 के विधानसभा चुनाव के दौरान खुद को 12वीं पास बताया था. आमेर सीट से चुनाव लड़ने के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग को बताया था कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली के इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट यानी 12वीं पास हैं. जबकि, जब 2008 के चुनाव में उन्होंने झोटवाड़ा विधानसभा सीट से पर्चा भरा तो उन्होंने एफिडेविट में खुद को 10वीं पास बताया. यानी 5 साल में उनकी शिक्षा 12वीं से 10वीं पास हो गई.
4 चुनाव में शिक्षा का अलग-अलग ब्यौरा
लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) अब तक चार बार चुनाव लड़ चुके हैं और शिक्षा का अलग-अलग ब्यौरा दिया है. उन्होंने 2003 के चुनाव में शैक्षणिक योग्यता के कॉलम में 1990 में रायबरेली के श्री नर्मदेश्वर इंटर कॉलेज से 12वीं पास लिखा है. इसके बाद 2008 के चुनाव में उन्होंने 1986 में रायबरेली के श्री नर्मदेश्वर इंटर कॉलेज से 10वीं पास बताया है. इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण सीट से उन्होंने खुद को 10वीं पास ही बताया है. इसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने झोटवाड़ा सीट से उन्होंने शैक्षणिक योग्यता के कॉलम में एक बार फिर 12वीं पास लिखा.
स्कूल का कटारिया को अपना छात्र मानने से इनकार
लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) ने खुद को साल 1986 में 10वीं पास बताया. जबकि, उन्होंने खुद को 1990 रायबरेली के श्री नर्मदेश्वर इंटर कॉलेज से 12वीं उतीर्ण बताया था. हालांकि, अब आरटीआई (RTI) में स्कूल ने लालचंद कटारिया को अपना छात्र मानने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद कटारिया सवालों के घेरे में आ गए हैं. इसके बाद चुनाव आयोग (ECI) से इसकी शिकायत की गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
2018 में झोटवाड़ा से दर्ज की थी जीत
2018 के विधानसभा चुनाव में लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) ने बीजेपी के राजपाल सिंह शेखावत को हराया था और अशोक गहलोत सरकार में मंत्री बने थे. हालांकि, इस बार के चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी तक झोटवाड़ा विधानसभा सीट से उम्मीदवार तय नहीं किए हैं और लालचंद कटारिया को भी अब तक कहीं से टिकट नहीं मिला है. वहीं, बीजेपी ने झोटवाड़ा विधानसभा सीट से 2 बार चुनाव जीत चुके राजपाल सिंह शेखावत का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनावी मैदान में उतारा है.