Rajasthan Chunav: भारत के मैनचेस्टर का सियासी दांवपेंच, इन मुद्दों को भुनाने का प्रत्याशी छोड़ नहीं रहे मौका
Rajasthan Chunav 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में भीलवाड़ा जिले में सबसे बड़ा ज्वलंत मुद्दा मांडल इलाके में हाल ही में हुआ दंगा और फिर लोगों पर लाठीचार्ज है. इसकी शुरुआत लोहारिया गांव से हुई थी.
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के भीलवाड़ा को भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है, क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर टेक्सटाइल इंडस्ट्री मौजूद है, जो कई बड़े ब्रांड्स के लिए कपड़े बनाने का काम करती है, लेकिन बीते वक्त में भीलवाड़ा का नाम दो समुदायों के बीच तनाव की वजह से ज्यादा सुर्खियों में रहा है. दो महीने पहले ही भीलवाड़ा के मांडल इलाके को सात दिनों तक बंद रखा गया था. मामला एक स्कूल की लड़की को दूसरे समुदाय के लड़कों ने जबरदाती अपना पेशाब पिलाया था.
चुनाव पर असर
भीलवाड़ा जिले में सबसे बड़ा ज्वलंत मुद्दा मांडल इलाके में हाल ही में हुआ दंगा और फिर लोगों पर लाठीचार्ज है. इसकी शुरुआत लोहारिया गांव से हुई थी, जब दो महीने पहले एक स्कूल में पढ़ने वाली लड़की को बॉटल में पेशाब भरकर दूसरे समुदाय के लड़कों ने पिलाया था. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि ये मुद्दा अब चुनावों पर पूरी तरह हावी रहने वाला है. जनता पहले उस घटना से बहुत नाराज थी और फिर पुलिस के रवैए से. कांग्रेस का बीजेपी पर ये आरोप बिलकुल बेबुनियादी है, क्योंकि बिना किसी घटना के कोई बात इतनी आगे नहीं बढ़ सकती है. अगर कोई घटना घटी है तो उसका असर चुनाव पर जरूर होगा.
एकतरफा कार्रवाई
पहली बार वोट करने वाले युवा भी कहते है कि इस कांड में सिर्फ एकतरफा करवाई की गई हैं, जिसमें हिंदुओ के खिलाफ ही कारवाई की गई, अगर बहु-बेटियों पर आंच आएगी तो क्या ये चुनावों मुद्दा नहीं होना चाहिए. हमें किसी पार्टी से कुछ लेना देना नही है. जबकि, कुछ स्थानीय लोगो के मुताबिक, ये सब बीजेपी का काम है कि समाज में लड़ाई-झगड़ा फैले. विकास के नाम पर तो बीजेपी के पास कोई काम नही है, इसलिए इसी तरह के झगड़े करवाती है. अयूब खान नाम के शख्स कहते हैं कि हमारी ऐसी भावना नहीं है. इस घटना में बाहर से लोग बुलाकर मुस्लिमों के खिलाफ साजिश की गई है. चुनाव में इस घटना का कोई असर नहीं होगा. लोगो को चिरंजीवी योजना का फायदा मिला है, जिसने वो घटना करी, उसे सजा भी मिली है.
अवैध खनन
वहीं, भीलवाड़ा जिले में बनास, कोठरी नदी पर जमकर रेती- बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है, जिसमें आरोप सीधे तौर पर मौजूदा विधायक रामलाल जाट, माइनिंग ऑफिसर्स, पुलिस प्रशासन और खनन माफिया पर लगता है. एक ट्रैक्टर वाले ने कहा कि उससे 900 रुपये लिए गए, लेकिन कोई पर्ची नही दी गई है,जबकि सिर्फ उसके हाथ पर एक नंबर लिख दिया गया है. ये नंबर खनन माफिया व्हाट्सएप के जरिए आगे फॉरवर्ड कर देता है, लेकिन ट्राली वालों को कोई पर्ची नहीं दी जाती है. पहले तो नदी से अवैध खनन किया जाता है, फिर रॉयल्टी के नाम पर ट्रैक्टर ट्राली वालों से पैसा वसूला जाता है और इस गोरखधंधे से आने वाले पैसे की बंदरबांट सबमें की जाती है.
दो समुदाय में तनाव
भीलवाड़ा जिले की मांडल सीट से इस बार बीजेपी ने उदयलाल बढ़ाना को टिकट दिया है. उदयलाल गुर्जर समुदाय से आते हैं. उदयलाल कहते हैं कि इस वक्त राजस्थान में भीलवाड़ा ही ऐसी जगह है, जहां पर दो बड़े समुदायों के बीच सबसे ज्यादा तनाव है. दो महीने पहले ही दोनों समुदायों में लड़ाई के चलते मांडल को 7 दिन तक बंद करना पड़ा था. बीजेपी उम्मीदवार उदयलाल का आरोप है कि इनकी गाड़ी को रोककर दूसरे समुदाय के लोगों ने इन
पर हमला करने की योजना बनाई गई थी, जब पुलिस आई तो किसी तरह ये बचकर निकले.
मौजूदा विधायक पर आरोप
उदयलाल का मौजूदा विधायक और राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री रामलाल जाट पर आरोप है कि उनके सरंक्षण में भीलवाड़ा में बनास, कोठरी नदियों पर बजरी माफिया अवैध खनन में लगा हुआ है. प्रशासन दबाव में उनका साथ दे रहा है और नदियों का जलस्तर बेहद खराब होते जा रहा है. बकायदा रामलाल जाट का इस पूरे गोरखधंधे में कमीशन होता है. कोई भी ट्रैक्टर जो बजरी लेकर जाता है, उसे ठेकेदार के गुंडों को 1000 रुपये की रंगदारी देनी पड़ती है. उदयलाल गुर्जर का कहना है कि वो चुनाव में विकास की बात तो करेंगे, लेकिन सबसे पहले वो सनातनी हिंदू हैं और अपने लोगो का साथ किसी भी हालत में देंगे. इस इलाके में करीब 60,000 SC ST समाज के लोग, गुर्जर समाज से 40,000 लोग, जाट समाज से 15,000, जबकि मुस्लिम समुदाय से 12,000 वोटर आते हैं, लेकिन कांग्रेस हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए हिंदू समुदाय के साथ अन्याय करती है.
बीजेपी करती दंगा कराने का काम
राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री रामलाल जाट के मुताबिक, हम धर्म से राजनीति करने वाले लोग हैं, जबकि बीजेपी राजनीति में धर्म लाती है. हिंदू और मुसलमानों दोनों ने देश की आजादी में बलिदान दिया है. अगर बीजेपी वालों ने महाभारत, गीता पढ़ी हो तो इन्हे हिंदू धर्म के बारे में पता चलेगा. हम कावड़ यात्रा निकालते हैं. हनुमान जयंती मनाते हैं, लेकिन क्या ये सब बीजेपी वाले करते हैं क्या? ये लोग सिर्फ दंगे कराने का काम करते हैं. बीजेपी पार्टी की वजह से नये युवकों के खिलाफ मामले दर्ज हैं, उनका भविष्य खराब हो रहा है.
व्यापारियों को नहीं सुविधा
बजरी माफिया पर रामलाल जाट ने कहा कि ये वो माफिया हैं, जो चुनाव में बीजेपी को ही चंदा दे रहे हैं. ये लोग डेयरी में भ्रष्टाचार फैला रहे हैं. हमने आज तक ऐसे किसी शख्स को संरक्षण देने का काम नहीं किया, जो जनता के खिलाफ काम करता है. भीलवाड़ा सीट पर हर बार बीजेपी का उम्मीदवार जीतता आया है, इसे बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन इस बार अशोक कोठरी बीजेपी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उन्हें देने के बजाय बीजेपी ने टिकट मौजूदा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी को दिया है. ऐसे में अब अशोक कोठरी निर्दलीय चुनाव लडने का मन बना चुके हैं, जिसके बाद ये मुकाबला बेहद रोमांचक हो गया है. अशोक कोठरी कहते हैं कि आज भी उनकी विचारधारा बीजेपी के साथ ही है, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया है. शीर्ष नेतृत्व की तरफ से उन्हें मनाने की भी कोई कोशिश नही की गई है. भीलवाड़ा में टेक्सटाइल का बहुत बड़ा बिजनेस है, लेकिन यहां के व्यापारियों को इतनी ज्यादा सुविधाएं नहीं मिली है, जो मिलनी चाहिए थी।.
स्पेशल जोन की मांग
भीलवाड़ा के लोगों का कहना है कि सिविक इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत से ऐसे काम हैं, जो किए जाने चाहिए थे, लेकिन वो भीलवाड़ा को नही मिले. यहां से बड़ी संख्या में लोग मुंबई जाते हैं, लेकिन आज तक एक हफ्ते में सिर्फ तीन दिन ही ट्रेन मिलती है. इतनी बड़ी टेक्सटाइल इंडस्ट्री होने के बावजूद इस इलाके को एयरपोर्ट की सुविधा नहीं मिली है. वही, कुछ लोगों के मुताबिक टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए स्पेशल जोन बनाया जा सकता था, जो नहीं हुआ.