Rajasthan Election 2023: कांग्रेस की राजस्थान इकाई के नेता सचिन पायलट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ना कांग्रेस पार्टी का इतिहास और परंपरा रही है. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के हाथ मिलने से सेंचुरी तो हो गई, लेकिन मिलाप नहीं हुआ...दिल में खटास है.


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पायलट का पलटवार


प्रधानमंत्री मोदी के नागौर में चुनावी रैली में दिये बयान पर पायलट ने टोंक में कहा कि हमारी पार्टी में सभी को सम्मान देकर सामूहिक नेतृत्व किया जाता है. यह सच है कि हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. बहुमत मिलने के बाद, हमारी पार्टी और विधायक तय करेंगे कि किसे क्या जिम्मेदारी दी जानी चाहिए.


बहुमत हासिल करना प्राथमिकता


इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास, परंपरा और मानसिकता यही है कि हमें मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए. हमारे लिए बहुमत हासिल करना पहली प्राथमिकता है.


कांग्रेस ने किया एकजुट चेहरा पेश


बता दें कि राजस्थान में पांच साल के कांग्रेस शासन के दौरान सत्ता को लेकर गहलोत और पायलट के बीच खींचतान चलती रही है. पार्टी ने अब एकजुट चेहरा पेश किया है. राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होना है और नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.