Friendship Advice: 'दोस्ती की है तो निभानी तो पड़ेगी', ये बात सही है लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिसे आप दोस्ती समझ रहे हैं वो वाकई में दोस्ती है भी या फिर नहीं. दोस्ती बहुत अहम रिश्ता है. दोस्तों के बिना जिंदगी अधूरी है. आजकल हमें हर कदम पर नए लोग मिलते हैं. इंटरनेट पर दोस्तों की भरमार है. कई बार ऐसा होता है कि हम जिसे दोस्ती समझ बैठते हैं वो सच्ची दोस्ती नहीं होती है. अगर आप भी किसी से भी गहरी दोस्ती करने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जल्दी न करें विश्वास


कई बार ऐसा होता है कि कोई हमारी जरा सी मदद कर दे तो हम उससे प्रभावित हो जाते हैं और विश्वास करने लगते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है. किसी पर जल्दी विश्वास न करें. कई लोग दो दिन की दोस्ती में ही दोस्तों पर खर्चा करने लगते हैं, नए दोस्त के साथ घूमने भी अनजान जगह और अनजान लोगों के साथ न जाएं.


दोस्त के बारे में जानना है जरूरी


दोस्ती है, लेकिन दुनिया में झूठ और धोखा देने वालों की कमी भी नहीं है. इसलिए किसी पर भी भरोसा करने से पहले उसके बारे में जानना जरूरी है. आपका दोस्त क्या करता है, उसका बैकग्राउंड कैसा है इस सब के बारे में जानें. अपने नए दोस्त की फैमिली के बारे में भी जानकारी लें. 


 साथ जानें से बचें


किसी के साथ अगर कम दिन की दोस्ती है तो उसके साथ जल्दी बाहर जाने से बचना चाहिएय. अगर आप कहीं जाते हैं तो उस जगह के बारे में जानकारी रखें. थोड़ा अलर्ट रहना भी जरूरी है. 


शक करना कितना सही?


वैसे तो शक करना किसी भी रिश्ते में सही नहीं है, लेकिन जल्दी ही किसी पर आंख मूंदकर विश्वास करना सही नहीं है. अगर आप दोस्ती को लेकर अलर्ट रहते हैं, जल्दी विश्वास नहीं करते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं है. अगर आपकी दोस्ती सालों पुरानी हो जाए तो बात अलग है. लेकिन नयी दोस्ती में थोड़ा सतर्क रहना जरूरी है. 


भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं