Heart Inflammation Or Swelling Symptoms In Hindi: आजकल लोगों की लाइफस्टाइल में आ रहे बदलावों की वजह से कम उम्र में ही दुनिया में हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हार्ट अटैक से पहले कई बार दिल में सूजन हो जाती है, जिससे शरीर में ब्लड की सप्लाई पर असर पड़ने लगता है. हमारा शरीर संकेतों के जरिए दिल में आई सूजन के प्रति आगाह करता है. अगर हम इन संकेतों को वक्त रहते पहचानकर अपना तुरंत इलाज करवा लें तो बड़े नुकसान से खुद को बचा सकते हैं. आइए जानते हैं कि वे संकेत क्या होते हैं और कैसे दिल की सूजन (Heart mein Sujan) को दूर किया जा सकता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा


अगर विज्ञान की भाषा में कहा जाए तो दिल की सूजन को 'मायोकार्डिटिस' कहा जाता है. ऐसी स्थिति में दिल की मसल्स में सूजन (Heart mein Sujan) हो जाती है, जिससे शरीर को ब्लड सप्लाई में रुकावट आने लगती है. इसके चलते हाई बीपी, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कार्डियेक अरेस्ट जैसा बड़ा खतरा हो सकता है. यह खतरा बड़ा तो है लेकिन अगर आप लक्षणों को पहचानकर वक्त रहते इलाज शुरू करवा देते हैं तो फिर घबराने की बात नहीं होती.


हार्ट में सूजन होने के लक्षण (Heart mein Sujan ke Lakshan)


- सांस लेने में असहज महसूस होना
- सीने या छाती में दर्द होना
- बुखार या गले में खराश होना
- चक्कर और बेहोशी जैसा महसूस होना
- जोड़ों में दर्द और सिरदर्द की समस्या
- हार्ट बीट का बढ़ना या अनियमित होना
- आलस और थकान महसूस होना


क्यों होती है दिल में सूजन (Causes of Swollen Heart)


- एंटीबायोटिक्स, जैसे पेनिसिलिन और सल्फोनामाइड जैसी दवाओं का सेवन करने पर.
फंगल संक्रमण के कारण. 
- बैक्टीरिया जैसे स्टेफिलोकोकस और स्ट्रेप्टोकोकस की वजह से. 
- कोरोना, एडिनोवायरस और हेपेटाइटिस जैसे वायरस के कारण. 


हार्ट में सूजन से ऐसे बचें (How To Prevent Heart Inflammation)


- रोजाना नियमित व्यायाम करें.
- बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें.
- सांस से जुड़े व्यायाम और योग करें.
- हेल्दी खानपान पर ध्यान दें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर