Japanese Encephalitis Cases In Assam: कोरोना वायरस (Coronavirus) और मंकीपॉक्स (Monkeypox) के बीच एक नई मुसीबत ने पूर्वोत्तर के राज्य असम (Assam) में दस्तक दी है. असम में जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) का कहर दिखाई दे रहा है. असम में शनिवार को जापानी इंसेफेलाइटिस से एक और मरीज की जान चली गई. इसके बाद असम में जुलाई महीने में जापानी इंसेफेलाइटिस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 तक पहुंच गई.


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असम में 1 महीने में इतने लोग हुए संक्रमित


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, असम में जापानी इंसेफेलाइटिस के 8 नए मामले सामने आए हैं. इससे असम में 1 जुलाई से लेकर अब तक 302 लोग जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हो चुके हैं.


इस शहरों में सामने आए नए मामले


असम में शनिवार को जापानी इंसेफेलाइटिस से मौत का एकमात्र मामला असम के चिरांग में सामने आया है. वहीं, बारपेटा में 3 और बक्सा, बोंगाईगांव, चराईदेव, मोरीगांव और उदलगुरी में एक-एक संक्रमित होने की खबर सामने आई है.


असम के कई जिले जापानी इंसेफेलाइटिस से प्रभावित


इससे पहले शुक्रवार को असम में जापानी इंसेफेलाइटिस के 7 नए मामले आए थे. वहीं, 3 मरीजों की मौत हो गई. मौजूदा समय में साउथ सलमारा, दीमा हसाओ और कार्बी आंगलोंग को छोड़कर असम के सभी जिले जापानी इंसेफेलाइटिस संक्रमण से प्रभावित हैं.


प्रशासन ने लोगों से की ये अपील


प्रशासन की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि सतर्कता बरतें. जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी की गई गाइडलाइंस का पालन करें.


जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण क्या हैं?


जापानी इंसेफेलाइटिस होने के शुरुआती लक्षण बुखार, गर्दन में जकड़न, कमजोरी, सिरदर्द और उल्टी आना है. हमेशा सुस्ती छाई रहती है. इसके अलावा भूख कम लगती है और तेज बुखार आता है. छोटे बच्चों में ज्यादा देर तक रोना, भूख कम लगना, बुखार और उल्टी होना भी जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण हैं.


जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव के उपाय


जापानी इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए समय पर टीका लगवाएं. साफ-सफाई से रहें. गंदे पानी के संपर्क में आने से बचें. घर के आस-पास पानी नहीं जमा होने दें.


(इनपुट- भाषा)


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