Research on Blood Test: क्या आप जानते हैं कि मामूली सा दिखने वाला ब्लड टेस्ट अब कैंसर का पता लगा सकता है. बेशक आपको सुनकर अजीब लगे लेकिन पाथफाउंडर द्वारा हाल ही में किए गए एक रिसर्च में पता चला है कि अब ब्लड टेस्ट शरीर में कैंसर होने की पुष्टि कर सकता है. वो तब जब बीमारी के कोई भी स्पष्ट लक्षण सामने न हों. इस रिसर्च की चर्चा इन दोनों खूब हो रही है. हालांकि अभी रिसर्चर्स इस पर और काम कर रहे हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में यह गेम जेंचर हो सकता है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.


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6 हजार से ज्यादा एडल्ट पर किया गया रिसर्च


रिपोर्ट के मुताबिक, यह अध्ययन 50 या उससे अधिक उम्र के 6,000 से ज्यादा वयस्कों पर किया गया. इस दौरान टीम को कुछ लोगों में बीमारी के संकेतों का पता चला था. पूरे रिजल्ट से पता चला कि लगभग एक तिहाई कैंसर परीक्षण कैंसर के लिए थे, जिनकी नियमित रूप से जांच नहीं की गई थी या प्रारंभिक अवस्था में थे. बीमारी का पता लगाने के अलावा, यह टेस्ट कैंसर के स्थान की भी भविष्यवाणी करता है, जिससे डॉक्टरों या अन्य मेडिकल स्टाफ को कैंसर की पुष्टि के लिए जरूरी इलाजों में तेजी लाने में मदद मिलती है.


एक महिला में एक ही समय में मिले 2 कैंसर


एनएचएस इंग्लैंड ने गैलेरी टेस्ट को गेमचेंजर कहा है और अगले साल 1 लाख 65 हजार व्यक्तियों पर इसकी टेस्टिंग करने की बात कही है. फिलहाल इस रिसर्च में 6,621 वयस्कों को रक्त की पेशकश की गई, जिनमें से 6,529 नकारात्मक पाए गए, लेकिन 92 में संभावित कैंसर का पता चला. इसके अलावा 36 लोगों के 1.4 प्रतिशत लोगों को हार्ड ट्यूमर या ब्लड कैंसर का पता चला. एक महिला में तो एक ही समय में दो कैंसर मिले.


36 ट्यूमर का भी पता चला


परीक्षण में ओवेरियन और पैन्क्रीऐटिक के कैंसर के साथ-साथ ब्रेस्ट, लिवर, लंग और कोलन जैसे अंगों में 19 ठोस ट्यूमर का भी पता चला। कुल मिलाकर, 36 ट्यूमर पाए गए, जिनमें से 14 प्रारंभिक अवस्था में थे और शेष 26 ऐसे थे जिनको नियमित जांच की जरूरत थी.एक वरिष्ठ रिसर्चर्स फैब्रिस आंद्रे ने कहा, "इस तरह के रिसर्च देर से होने वाले कैंसर के खिलाफ और अधिक रोगियों को अच्छे परिणाम देने का मौका देने के लिए महत्वपूर्ण हैं.


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