Postpartum Depression: डिलीवरी के बाद क्या सोचती हैं महिलाएं, क्यों हो जाती हैं डिप्रेशन की शिकार; समझें सबकुछ
Women Health Tips: मां बनने के बाद महिलाओं का स्वभाव बहुत बदल जाता है. इस बात को हल्के में नहीं लेना चाहिए. महिलाएं मां बनने के बाद बहुत सारी बातें सोचने लगती हैं जिसकी वजह से वो चिड़चिड़ी हो जाती हैं.
Postpartum Depression Causes: मां बनने के बाद महिलाओं के जीवन में कई बदलाव आते हैं. नया रिश्ता और नई जिम्मेदारियां जीवन को मुश्किल बना देती हैं. कई महिलाएं बच्चा हो जाने के बाद अचानक से चिड़चिड़ी हो जाती हैं. मां बनने के बाद महिलाएं बहुत इमोशनल हो जाती हैं और हर छोटी बात पर उन्हें रोना आ जाता है. हम इसे सामान्य सी परेशानी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन ऐसा करना सही नहीं है. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है.
पोस्टपार्टम डिप्रेशन?
जीवन में बदलाव आने के साथ ही मां बनने के बाद महिलाओं के शरीर में भी कई बदलाव आते हैं. इतने सारे बदलाव और जिम्मेदारियों को एक साथ उठा पाना मुश्किल होता है इसलिए अक्सर कुछ महिलाएं डिप्रेशन में चली जाती हैं. वहीं पहली बार मां बनने के बाद महिलाएं गहरा तनाव ले लेती हैं जिसे पोस्टपार्टम डिप्रेशन कहते हैं.
मां बनने के बाद क्या सोचती हैं महिलाएं?
इस वक्त महिलाएं खुद को बहुत अकेला महसूस करने लगती हैं. नए रिश्ते में ढलने में वो थोड़ा असहज महसूस करती हैं. अकेलेपन की वजह से कई बार वे उदास हो जाती हैं तो उनका मानसिक तनाव बढ़ने लगता है. उस समय उन्हें सबकी केयर की जरूरत महसूस होती है.
- बच्चों की देखभाल ठीक से नहीं कर पाने की वजह से भी वह बहुत ज्यादा चिंतित हो जाती हैं. वहीं अगर बच्चा ज्यादा परेशान करने लगे तब भी उन्हें टेंशन होने लगती है.
- कई महिलाएं अपनी पुरानी वाली फ्री लाइफ को मिस करती हैं. क्योंकि मां बनने की वजह से छोटे बच्चे और शारीरिक कमजोरी के कारण उनका कहीं घूमना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है.
- पहली बार मां बनने के बाद महिलाओं के ऊपर एकदम से बहुत सारी जिम्मेदारियां आ जाती हैं, बच्चों की देखभाल, उनकी साफ-सफाई और खुद की हेल्थ. ये सब एक साथ एडजस्ट कर पाना बहुत मुश्किल होता है.
पोस्टपार्टम डिप्रेशन के लक्षण
- हमेशा थकान महसूस करना.
- जल्दी गुस्सा आना.
- रोने का मन करना.
- निगेटिव बातें सोचना.
- सबसे दूर और अकेले रहने का मन.
कैसे दूर करें तनाव
- नींद भरपूर लें.
- बच्चे को अकेले नहीं परिवार की मदद से संभालें.
- थोड़ा टहलें.
- अपना पसंदीदा काम करें.
- परिवार और दोस्तों के साथ वक्त बिताएं.
- धीमी आवाज में टीवी, मोबाइल या गाने चलाकर मनोरंजन करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर