ओटावा: कनाडा (Canada) में जहां कभी पहले स्कूल हुआ करते थे, वहां अब लगातार बच्चों की कब्रें मिलने का सिलसिला जारी है. इस बार देश में लगातार तीसरे रेसिडेंशियल स्कूल में 182  गुमनाम कब्र मिलने से सनसनी फैल गई. इस मामले को लेकर Lower Kootenay Band  ने अपने बयान में कहा कि ये कब्रें 7 से 15 साल की उम्र के बच्चों की हैं जो ब्रिटिश कोलंबिया स्थित क्रैनब्रुक के पास सेंट यूजीन मिशन स्कूल से बरामद हुई हैं.


रोमन कैथोलिक चर्च संचालित करते थे स्कूल


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एक्सपर्ट्स ने इन स्कूली बच्चों के अवशेषों का पता लगाने के लिए ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार मैपिंग का इस्तेमाल किया. इससे पहले मई के महीने में कैमलूप्स इंडियन रेजिडेंशियल स्कूल में अचिह्नित कब्रों में 215 बच्चों के अवशेष मिले थे. पिछले हफ्ते कनाडा सस्केचेवान प्रांत के पूर्व मैरीवल इंडियन रेजिडेंशियल स्कूल (Former Marieval Indian Residential School) में खुदाई के दौरान 751 अचिह्नित कब्रों की खोज के बाद हड़कंप मच गया था.


इनमें से कुछ कब्र को महज तीन फिट की खुदाई में ही मिलीं. वहीं इन स्कूलों को 1899 से लेकर 1970 तक रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा संचालित किया जाता था.


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शिक्षकों ने किया यौन शोषण


संस्थान Lower Kootenay  का कहना है कि सभी को इस संवेदनशील मामले में गोपनीयता का सम्मान करना चाहिए. जांच अभी शुरुआती चरण में है. यहां कभी भारतीय समेत कई मूल के युवाओं को जबरन दाखिला दिलाया गया होगा. डीएनए में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक यहां प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों द्वारा छात्रों का शारीरिक और यौन शोषण किया जाता था. वहीं यहां पर उनकी संस्कृति और भाषा को छीन लिया था. वहीं कुछ लोगों ने इसे नरसंहार की संज्ञा दी है.


पिछले हफ्ते पीएम ने मागी थी माफी


'सांस्कृतिक नरसंहार' की जांच कर रहे आयोग के मुताबिक इन स्कूलों में बीमारी और उपेक्षा से 4,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. वहीं कनाडा में कैथोलिक धर्माधिकारियों की बैठक में कहा गया है कि पोप फ्रांसिस दिसंबर में दुनिया में बदनाम ऐसे आवासीय विद्यालयों के मूल निवासियों से मिलने के लिए सहमत हुए हैं. पोप ने दुर्व्यवहार और मौत के मामलों में कैथोलिक चर्च की भूमिका के लिए माफी मांगी है. वहीं पिछले शुक्रवार को, पीएम जस्टिन ट्रूडो ( Justin Trudeau ) ने इस विषय में अब तक की सरकारी नीति को हानिकारक बताते हुए माफी मांगी थी. 


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