नई दिल्लीः लश्कर गह (Lashkar Gah) शहर पर तालिबान की कब्जे की साजिश को अफगानिस्तानी फोर्सज ने नाकाम कर दिया है. जब से दोहा में तालिबान और अमेरिका के बीच शांति समझौता हुआ है. उसके बाद से ये पहली बार है कि जब तालिबान ने अफगानिस्तान के हेलमंड में इतना बड़ा हमला किया हो. लश्कर गढ़ में तालिबानी हमलावरों के साथ जैश के सैकड़ों आतंकी भी देखे गये हैं जो तालिबान के साथ मिलकर अफगानिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमले कर रहे हैं.


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ISI जैश के आतंकियों की तालिबान के टेरर कैंप में हुई ट्रेनिंग
ज़ी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक हेलमंड में हमले करने से पहले तालिबान की मदद के लिए पाकिस्तान से जैश -ए- मुहम्मद (jaish e mohammed) के आतंकी इकट्ठे हुए थे. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जैश के आतंकियों को तालिबान के टेरर कैंपों में ट्रेनिंग दिला रही है जिनमें से तैयार आतंकियों को अफगानिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमले कराने के साथ साथ कश्मीर में शिफ्ट किया जा रहा है जिससे भारतीय सुरक्षा बलों पर हमले कराये जा सके.


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अमेरिका ने किए थे हेलमंड के तालिबान ठिकानों पर हमले
तालिबान के खिलाफ ऑपरेशन में लगी अफगानिस्तानी सुरक्षा बलों की मदद के लिए अमेरिका ने भी हेलमंड में कुछ तालिबानी ठिकानों पर हमले किये थे. अमेरिका ने इन हमलों के बाद दिये बयान में तालिबान से तुरंत इन हमलों पर रोक लगाने की मांग की थी.'


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