World News in Hindi: अमेरिका और 11 सहयोगियों की तरफ से बुधवार को ईरान समर्थित मिलिशिया ग्रुप हूती को लाल सागर में हमले बंद करने या मिलिट्री एक्शन का सामना करने के लिए अंतिम चेतावनी जारी की गई थी. खास बात यह है कि इन 12 देशों में एक अरब देश बहरीन भी शामिल है.


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हालांकि हूती विद्रोहियों पर इसका कोई असर होता नहीं दिखता है. रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिकी नौसेना ने जानकारी दी है कि विस्फोटकों से भरी एक हूती ड्रोन नाव (मानवरहित) में गुरुवार को लाल सागर में विस्फोट हो गया, लेकिन इसमें किसी तरह नुकसान या कोई हताहत नहीं हुआ.


अमेरिका के साथ खड़ा बहरीन
एपी के मुताबिक अमेरिका, सहित 12 देशों ने एक संयुक्त बंद जारी कर हूती विद्रोहियों को चेतावनी जारी की. संयुक्त बयान पर अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम ने साइन किए हैं. बहरीन इकलौता अरब देश है जो कि हूती विद्रोहियों के खिलाफ जारी चेतावनी पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल है.


इन देशों ने कहा, 'हमारा संदेश अब स्पष्ट होना चाहिए, हम इन अवैध हमलों को तत्काल समाप्त करने और गैरकानूनी रूप से हिरासत में लिए गए जहाजों और चालक दल को रिहा करने की अपील करते हैं. अगर हूतियों ने जीवन, वैश्विक अर्थव्यवस्था और जलमार्गों में बिजने के मुक्त प्रवाह को खतरे में डालना जारी रखा तो परिणामों की जिम्मेदारी उनकी अपनी होगी.'


रॉयटर्स के मुताबिक एक अमेरिकी अधिकारी ने बुधवार को कहा कि यह हूती को अंतिम चेतावनी थी,


कौन हैं हूती विद्रोही
ईरान-सर्मथित हूती, यमन के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित करते हैं. उन्होंने 19 नवंबर से वाणिज्यिक जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू कर दिए. वे कहते हैं कि गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों का बदला ले रहे हैं.


हूती अभियान अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के लिए असाधारण रूप से खतरनाक रहा है, जिसके कारण कुछ कंपनियों ने लाल सागर के माध्यम से आवाजाही को निलंबित कर दिया है और इसके बजाय वे अफ्रीका के आसपास बहुत लंबी, महंगी यात्रा कर रही हैं.


मध्य पूर्व में अमेरिकी नौसेना बलों का नेतृत्व करने वाले वाइस एडमिरल ब्रैड कूपर ने गुरुवार को कहा कि हूती विस्फोटक नाव लाल सागर में लगभग 50 मील (80 किमी) तक चली गई और फिर घने शिपिंग लेन में जाकर इसमें विस्फोट हो गया.


कूपर ने कहा, ‘यह क्षेत्र में चल रहे जहाजों - व्यापारिक जहाजों और अमेरिकी नौसेना के जहाजों - के कुछ मील के दायरे में आ गया. हम सभी ने इसमें विस्फोट होते हुए देखा. हालांकि उन्होंने कहा कि हमले का लक्ष्य स्पष्ट नहीं है.


कूपर ने कहा कि हूती विद्रोहियों द्वारा दक्षिणी लाल सागर और अदन की खाड़ी से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों के खिलाफ अब तक 25 हमले हो चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि उनका गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कम हो रहा है.’


बार-बार होने वाले हूती हमलों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर मिलिट्री जवाब देने का दबाव बढ़ा दिया है. हालांकि  उनका प्रशासन पहले से ही बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बढ़ने के डर से ऐसा करने में अनिच्छुक रहा है.