खतरा बन चुके ‘Trump Plaza’ को America ने किया ध्वस्त, कभी इस Casino के मालिक थे पूर्व राष्ट्रपति
यह इमारत 1984 में तैयार हुई थी और गैम्बलिंग टाउन के नाम से पहचानी जाने वाली अटलांटिक सिटी में यह डोनाल्ड ट्रंप की पहली संपत्ति थी. बिल्डिंग ध्वस्त करने के लिए डायनामाइट की करीब 3,000 छड़ें इस्तेमाल की गईं और मुश्किल से 20 सेकंड में ‘ट्रंप प्लाजा’ मलबे में तब्दील हो गया.
वॉशिंगटन: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से जुड़े एक कैसिनो (Casino) को ध्वस्त कर दिया गया है. ट्रंप किसी जमाने में अटलांटिक सिटी (Atlantic City) स्थित इस कैसिनो के मालिक थे और बिल्डिंग का नाम भी ट्रंप के नाम पर रखा गया था. बुधवार सुबह अधिकारियों ने डायनामाइट लगाकर ‘ट्रंप प्लाजा’ (Trump Plaza) को ध्वस्त कर दिया. यह नजारा देखने के लिए बिल्डिंग के आसपास बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. जैसे ही आसमान छू रही बिल्डिंग गिरी, लोगों ने तालियां बजाकर खुशी जाहिर की.
Trump की पहली प्रॉपर्टी थी
स्थानीय प्रशासन ने बिल्डिंग (Building) के काफी पुराना होने की वजह से इसे ध्वस्त करने का फैसला लिया था. इस काम के लिए डायनामाइट की करीब 3,000 छड़ें इस्तेमाल की गईं और मुश्किल से 20 सेकंड में ‘ट्रंप प्लाजा’ (Trump Plaza) मलबे में तब्दील हो गया. यह इमारत 1984 में तैयार हुई थी और गैम्बलिंग टाउन के नाम से पहचानी जाने वाली अटलांटिक सिटी में यह डोनाल्ड ट्रंप की पहली संपत्ति थी.
Mayor ने बताई वजह
रखरखाव के अभाव में ‘ट्रंप प्लाजा’ को 2014 के बाद से बंद कर दिया गया था. अमेरिका में आए कई तूफानों की वजह से इमारत का बाहरी हिस्सा जर्जर हो गया था. जिसे देखते हुए पिछले साल जून में शहर के मेयर मार्टी स्मॉल ने उसे ध्वस्त करने का आदेश दिया था. मेयर ने कहा था कि यदि बिल्डिंग को नहीं गिराया गया, तो आसपास रहने वालों की जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी. 2016 से इस बिल्डिंग के मालिक अरबपति निवेशक Carl Icahn हैं.
Trump ने की थी ये अपील
डोनाल्ड ट्रंप ने 2014 में एक मुकदमा दायर करते हुए बिल्डिंग से उनका नाम हटाने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि इस बिल्डिंग की वजह से उनकी छवि खराब होती है. अटलांटिक सिटी में ट्रंप के पास चार कैसिनो थे, जिनमें से ‘ट्रंप वर्ल्ड फेयर’ और ‘ट्रंप ताज महल’ क्रमशः 1999 और 2016 में बंद हो गए थे. जबकि ट्रंप मरीना ने 2011 में बेच दिया गया था. ‘ट्रंप प्लाजा’ के गिराए जाने पर पूर्व राष्ट्रपति ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.