Oncolytic Virus Therapy: डॉक्टर्स ने क्लीनिकल ट्रायल के दौरान एक इंसान को एक वायरस का एक इंजेक्शन दिया है,  जिसका उद्देश्य शरीर में कैंसर कोशिकाओं को मारना है. यह वायरस जानवरों पर सकारात्मक परिणाम दिखा चुका है. रिसर्च के मुताबिक, इस इलाज को ऑनकोलिटिक वायरस थेरेपी कहा जाता है.


कैंसर कोशिकाओं को करता है नष्ट


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ऑनकोलिटिक वायरस (Oncolytic Virus) इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) का एक रूप है, जो कैंसर कोशिकाओं को संक्रमित और नष्ट करने के लिए वायरस का उपयोग करता है. विशेषज्ञों ने नोट किया है कि वायरस हमारी कोशिकाओं को संक्रमित करते हैं और फिर कोशिका की आनुवंशिक (Genetic) मशीनरी का उपयोग दोहराने के लिए करते हैं.


100 मरीजों पर किया जाएगा ट्रायल


इस नए कैंसर किलिंग वायरस को वैक्सिनिया (Vaccinia) के नाम से जाना जाता है. इसको कैंसर कोशिकाओं को मारने और स्वस्थ कोशिकाओं से बचने के लिए डिजाइन किया गया है. न्यूजवीक की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इस ट्रायल को पूरा होने के लिए अभी लगभग दो वर्ष लगेंगे. इसके तहत पूरे अमेरिका में  100 कैंसर रोगियों (cancer patients) पर परीक्षण किया जाएगा.


प्रतिरक्षा प्रणाली की करता है मदद


कैंसर पर रिसर्च करने वाली कंपनी Imugene Limited के अनुसार, यह इलाज कैंसर के खिलाफ लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मदद कर सकता है. बता दें कि यह कंपनी ही वायरस वैक्सिनिया का विकास कर रही है. इसका पूरा नाम CF33-hNIS VAXINIA है.


विशेषज्ञों में जगी उम्मीद


यूरेकअलर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ट्यूमर के खिलाफ इस ऑनकोलिटिक वायरस थेरेपी ट्रायल के लिए पहले चरण से विशेषज्ञों को उम्मीद है कि यह वायरस कैंसर के खिलाफ शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाता है. 
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