साउथ कोरिया के साथ जो बाइडेन की सेना के युद्धाभ्यास ने किम जोंग उन को भड़का दिया. इसलिए वो खुद भी जंग के मैदान में उतर गए. उत्तर कोरिया के तानाशाह ने टैंक चलाया और बम-बारूद की बौछार भी देखी. सेना और हथियारों से किम जोंग उन का खास लगाव रहा है लेकिन इस बार उनका अलग ही रूप देखने को मिला. किम जोंग का ये रुख दुश्मनों को जवाब देने का तरीका माना जा रहा है. अमेरिका और साउथ कोरिया के युद्ध अभ्यास के जवाब में नॉर्थ कोरिया के तानाशाह राष्ट्रपति किम जोंग उन ने खुद टैंक चलाया और सैन्य ताकत का जायजा लिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किम जोंग की वायरल हो रही तस्वीर


इंटरनेट पर वायरल हो रही तस्वीर में किम जोंग उन टैंक में बैठे हैं और बाहर झांकते नज़र आ रहे हैं. इस दौरान उन्होंने टैंक भी चलाया. किम की काले रंग की टोपी और उनके चेहरे का थोड़ा सा हिस्सा दिख रहा है. नॉर्थ कोरियन मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि किम जोंग के टैंक अभ्यास के दौरान कठिन रास्तों में तेजी से रास्ता बनाने में सफल रहे और एक साथ अपने लक्ष्यों पर निशाना लगाया. किम जोंग ने सेना के नए युद्धक टैंक की मारक क्षमता का प्रदर्शन देखा. बताया जा रहा है कि इससे वो काफी खुश हुए. काली जैकेट पहने किम जोंग उन युद्धाभ्यास के दौरान अपने कमांडर्स और जवानों के साथ नजर आए. 


किम जोंग ने लिया हथियारों का जायजा


युद्ध अभ्यास के दौरान टैंकों कई तरह की मिसाइलें एक साथ दागी गईं. टैंक से फायरिंग की गई साथ ही हेलीकॉप्टर के जरिए भी गोला बारूद बरसाया गया. नॉर्थ कोरिया में हुए इस युद्ध अभ्यास में सेना की वो तमाम यूनिट्स शामिल हुईं जो साउथ कोरिया की सीमा पर तैनात हैं. किम जोंग उन ने युद्धाभ्यास में मौजूद कमांडर्स से युद्ध की तैयारियों को लेकर चर्चा की. किम जोंग ने हथियारों का जायजा लिया.


मॉक बैटल में 105वीं टैंक डिविजन विजेता घोषित हुई. यह वही इकाई है जिसने कोरियाई जंग के दौरान दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल पर कब्जा कर लिया था. किम जोंग उन ने अपनी सेना की तैयारियां अमेरिका और साउथ कोरिया का युद्धाभ्यास खत्म होने से 24 घंटे पहले परखीं. साउथ कोरिया और अमेरिका की सेना ने किसी भी खतरे से निपटने के लिए अभ्यास किया. इस अभ्यास में 300 से ज्यादा दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सैनिकों ने हिस्सा लिया, जिसमें 20 से ज्यादा दक्षिण कोरियाई टैंकों ने लक्ष्यों पर सैकड़ों राउंड फायरिंग की.


4 मार्च को शुरू हुआ युद्धाभ्यास


इस अभ्यास के माध्यम से, हमने संयुक्त युद्ध क्षमता को पूरी तरह से तैयार किया जो दुश्मन पर हावी हो सकती है. विशेष रूप से, हमारे सैनिकों को ये विश्वास मिला कि अगर दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सेना एक टीम के रूप में काम करें तो हम दुश्मन को हरा सकते हैं. अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेना का युद्धाभ्यास 4 मार्च से शुरू हुआ था. इस दौरान हर तरह का अभ्यास किया गया. युद्ध के मैदान में दुश्मनों का मुकाबला कैसे किया जाए इसे लेकर सभी तैयारियां की गईं.


अमेरिका में 55 इंजीनियर कंपनी के कमांडर कैप्टन मार्क सैमलैंड ने कहा, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमें अपने कोरिया गणराज्य के सहयोगियों और साझेदारों के साथ संबंध बनाने की अनुमति देता है. ये रिश्ता वास्तव में यहां गठबंधन का आधार है और हम जो कुछ भी करते हैं उसमें वास्तव में सबसे ज्यादा मायने रखता है.


नॉर्थ कोरिया अक्सर अमेरिका और साउथ कोरिया की मिलिट्री ड्रिल के जवाब में मिसाइल-टैंक या नए हथियारों की टेस्टिंग करता है. टैंक चलाने से पहले पिछले हफ्ते किम जोंग उन की रायफल से निशाना लगाते हुए तस्वीर भी वायरल हुई थी. इस दौरान सेना के जवानों के बीच किम जोन ने युद्ध अभ्यास को करीब से देखा था.