राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने सोमवार (11 मार्च) को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की और गाजा में हमास के खिलाफ चल रहे युद्ध पर चर्चा की. बैठक में बंधकों को छुड़ाने और मानवीय सहायता प्रदान करने की कोशिशों पर भी चर्चा की गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इजराइली पीएम कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा, 'प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की और उन्हें गाजा पट्टी में लड़ाई के हालिया घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी. दोनों पक्षों ने बंधकों की रिहाई के प्रयास और मानवीय सहायता के मुद्दे पर चर्चा की.'


इजरायली पीएमओ ने कहा, 'बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक, प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार और इजरायल में भारतीय राजदूत ने भी भाग लिया.'


गाजा में युद्ध के बीच लोगों ने रखा रोजा
इस बीच में रमजान की शुरुआत के साथ युद्धविराम की उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं. युद्ध समाप्त होने के कोई आसार नजर नहीं आने के बीच, गाजा में फिलिस्तीनियों ने सोमवार से रमजान का महीना शुरू होने पर रोजा रखना शुरू किया. फिलिस्तीन में इजराइली हमलों के कारण मानवीय संकट लगातार गहराता जा रहा है.


अमेरिका, कतर और मिस्र को उम्मीद थी कि रमजान से पहले युद्ध विराम समझौता हो जाएगा जिसके तहत इजराइली बंधकों और फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली संभव हो सकेगी और गाजा में मानवीय मदद पहुंचाई जा सकेगी, लेकिन इस समझौते को लेकर वार्ता पिछले सप्ताह रुक गई.


गाजा के 23 लाख लोग हुए बेघर
बता दें हमास के लड़ाकों ने दक्षिणी इजराइल पर सात अक्टूबर, 2023 को हमला कर दिया था जिसमें करीब 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और उसने 250 लोगों को बंधक बना लिया था. हमास की कैद में अब भी करीब 100 बंधकों के होने का अनुमान है.


हमास के हमले के बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसके कारण युद्ध शुरू हो गया. इस युद्ध के कारण गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग 80 प्रतिशत बेघर हो गए हैं. गाजा में इजरायली हमलों की वजह से 31 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है.


(एजेंसी इनपुट के साथ )