Serbia Kosovo Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है. अब यूरोप के ही दो अन्य देश युद्ध की तैयारियों में जुट गए हैं. यहां बात हो रही है कोसोवो और सर्बिया की. कोसोवो के पास NATO का पूरा समर्थन है. वहीं, सर्बिया की बात करें तो यह रूस के साथ अच्छे संबंध साझा करता है. नाटो ने शुक्रवार को कहा कि वह पड़ोसी सर्बिया के साथ बढ़ते तनाव के परिणामस्वरूप उत्तरी कोसोवो में अपनी शांति स्थापना बढ़ा रहा है.


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अमेरिका ने जताई चिंता


पिछले रविवार को लगभग 30 भारी हथियारों से लैस सर्बों ने उत्तरी कोसोवो के बंजस्का गांव पर हमला कर दिया था. जिसके बाद तनाव बढ़ गया है. गोलीबारी में कोसोवो का एक पुलिसकर्मी और तीन हमलावर मारे गए. जिसके बाद अमेरिका ने सर्बिया से कोसोवो के साथ सीमा पर सैन्य निर्माण वापस लेने को कहा है.


2008 में अलग देश बना कोसोवो


कोसोवो के प्रधानमंत्री अल्बिन कुर्ती ने कहा, "हमें नाटो की ज़रूरत है क्योंकि सर्बिया के साथ सीमा बहुत लंबी है और सर्बियाई सेना ने हाल ही में अपनी क्षमताओं को मजबूत किया है." उन्होंने कहा, "उनके (सर्बिया) पास रूसी संघ और चीन दोनों के बहुत सारे सैन्य उपकरण हैं." बता दें कि कोसोवो ने 2008 में स्वतंत्रता की घोषणा की थी, लेकिन बेलग्रेड और मॉस्को ने इसे मान्यता देने से इनकार कर दिया.


सीमा पर टैंकों और सेना की तैनाती


व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने सीमा पर सर्बियाई टैंकों और तोपखाने की "बड़ी सैन्य तैनाती" की पुष्टि की. उन्होंने इस निर्माण को "एक बहुत ही अस्थिर करने वाला विकास" बताया और सर्बिया से इन बलों को वापस लेने का आह्वान किया. व्हाइट हाउस ने "केएफओआर [नाटो की कोसोवो फोर्स] को अपने मिशन को पूरा करने के लिए उचित रूप से संसाधन सुनिश्चित करने के लिए हमारे सहयोगियों के साथ काम करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की तत्परता को रेखांकित किया."


ब्रिटेन भी भेज रहा सेना


किर्बी ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सर्बियाई राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक को "तत्काल तनाव कम करने" और बातचीत पर लौटने का आग्रह करने के लिए बुलाया था. ब्रिटेन ने यह भी कहा कि वह ज़मीन पर नाटो के शांति सैनिकों का समर्थन करने के लिए सेना भेज रहा है.


क्या है विवाद?


यूरोपीय संघ और अमेरिका ने कोसोवो और सर्बिया के बीच स्थायी शांति स्थापित करने के लिए वर्षों से प्रयास किया है. लेकिन उत्तरी कोसोवो में हमेशा तनाव की स्थिति बनी रहती है. समझौते बावजूद यहां झड़पों की खबर सामने आती रहती है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां अधिकांश आबादी सर्बियाई है.