Australia- US Underwater Drone: आज हम Ghost Shark और Manta Ray की बात करेंगे. ये नाम सुनकर आपको ऐसा लग रहा होगा जैसे हम किसी समुद्री जीव की बात कर रहे है. लेकिन ये समुद्री जीव नहीं, बल्कि समुद्र के अंदर चलने वाली वो घातक मशीनें हैं, जो दुश्मन को राख बना सकती हैं. Ghost Shark और Manta Ray नाम के underwater drone को ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने तैयार किया है. ऑस्ट्रेलिया ने पिछले महीने Ghost Shark को दुनिया के सामने पेश किया था. इसके prototypes को 'दुनिया का सबसे 'Advanced Undersea Autonomous Vehicle' माना गया है...ये underwater drone समंदर के अंदर एक साथ कई काम को अंजाम दे सकता है. 


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पानी में लंबी दूर तक दुश्मन पर वार


ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्रालय के मुताबिक Ghost Shark नाम का मानवरहित ड्रोन लंबी दूरी तक पानी के अंदर दुश्मन को टारगेट कर सकता है. इसके अलावा ये सीक्रेट मिशन को भी अंजाम दे सकता है. यह खुफिया जानकारी जुटाने और निगरानी करने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. ऑस्ट्रेलिया की नेवी पानी के अंदर चलने वाले इस ड्रोन का ट्रायल कर रही है. जिसमें उसे कामयाबी मिल चुकी है. माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया इसे अगले साल के अंत तक पानी में उतार देगा.


अमेरिका ने भी तैयार किया अंडरवाटर ड्रोन


ऑस्ट्रेलिया के Ghost Shark ड्रोन की तरह ही अमेरिका ने भी अपना मानवरहित underwater drone तैयार किया है. जिसे उसने नाम दिया है Manta Ray. Manta Ray एक समुद्री जीव होता है. इसी समुद्री जीव के नाम पर अमेरिका ने अपनी इस घातक मशीन को तैयार किया है. 


समंदर की पहरेदारी के साथ जवाबी हमला भी


underwater drone Manta Ray लंबे समय तक समुद्र के अंदर रह सकता है. इसका इस्तेमाल समुद्र के अंदर खोजबीन, रिसर्च और जासूसी जैसे कार्यों में हो सकता है. Manta Ray को हथियारों से लैस कर दुश्मन पर हमला भी किया जा सकता है. 


समंदर में पहरेदारी करना किसी चुनौती से कम नहीं होता. इसलिए अब अलग अलग देश ऐसे ड्रोन पर फोकस कर रहे है जो समुद्र की गहराईयों में रहकर दुश्मन की जासूसी भी कर सके और मौका पड़ने पर हमला भी कर सके.