बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर ने पाकिस्तान के कानून को बताया `पाखंड`
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर जरदारी ने रमजान के दौरान उपवास करने वालों को दी जाने वाली सजा की आलोचना की है. बख्तावर ने कहा कि रमजान के दौरान पानी पीने पर लोगों को सजा दी जाती है जबकि आतंकवादी खुलेआम घूमते हैं. यह पाखंड है.
इस्लामाबाद : पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर जरदारी ने रमजान के दौरान उपवास करने वालों को दी जाने वाली सजा की आलोचना की है. बख्तावर ने कहा कि रमजान के दौरान पानी पीने पर लोगों को सजा दी जाती है जबकि आतंकवादी खुलेआम घूमते हैं. यह पाखंड है.
रमजान के दौरान सार्वजनिक रूप से खाने-पीने पर 3 महीने की सजा
बख्तावर ने ट्वीट किया, ये इस्लाम नहीं है.' बख्तावर भुट्टे बेनजीर और आसिफ की तीन संतानों में एक हैं. उनके भाई बिलावट भुट्टो पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष हैं. बख्तावर ने एहतराम-ए-रमजान कानून को हास्यास्पद बताया. पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जिया-उल-हक द्वारा 1981 में लागू किए गए गए इस कानून के अनुसार रमजान में सार्वजनिक रूप से खाने-पीने पर तीन महीने जेल तक की सजा हो सकती है. पाकिस्तान सरकार ने पिछले हफ्ते इस कानून को और कड़ा बनाते हुए इसमें आर्थिक दंड का भी प्रावधान लागू कर दिया.
पाकिस्तानी कानून पर बख्तावर ने साधा निशाना
बख्तावर भुट्टो ने ट्वीट किया, 'रमजान में पानी पीने के लिए तीन महीने की जेल लेकिन एक आतंकवादी स्कूली लड़की मलाला पर जानलेवा हमला कर सकता है और टीवी पर मुस्कराता हुए दिख सकता है.' बख्तावर इस बात की तरफ संकेत कर रही थीं कि पाकिस्तान में मलाला यूसुफजई को गोली मारने के आरोप में किसी को भी सजा नहीं हुई है. रमजान में मुसलमान रोजा रखते हैं और सूर्योदय से सूर्यास्त तक कुछ भी नहीं खाते-पीते.