Hindu oppression in Bangladesh: भले ही बांग्लादेश की नई सरकार हिंदुओं पर अत्याचार में कमी बता रही है लेकिन हाल ही में हुए तख्तापलट के बाद हिंदू समुदाय पर अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला रंगपुर का है, जहां हिंदू संगठनों द्वारा अल्पसंख्यकों के अधिकारों और सम्मान के लिए आयोजित रैली को पुलिस ने रोक दिया. असल में रंगपुर में हिंदू समुदाय के लोग 8 सूत्री मांगों के समर्थन में रैली में शामिल होने पहुंचे थे. उनका उद्देश्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना था. हालांकि, पुलिस ने रैली को आगे बढ़ने से रोक दिया, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई.


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लोग वहीं खड़े होकर नारेबाजी करने लगे.
"जय मां भवानी, जय श्रीराम" और
"हर हर महादेव"
जैसे नारों से माहौल गूंज उठा.
विवाद बढ़ने पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर दिया. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.


हिंदुओं पर बढ़ रही हिंसा
तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय लगातार कट्टरपंथियों के निशाने पर है. उनके घरों पर हमले, संपत्तियों को नुकसान और रैलियों पर प्रतिबंध जैसी घटनाएं आम हो गई हैं. इस बार का हमला भी इसी बढ़ती असहिष्णुता का एक और उदाहरण है.


आक्रोशित हैं हिंदू संगठन
हिंदू संगठनों का कहना है कि यह कार्रवाई अल्पसंख्यक समुदाय की आवाज़ दबाने की कोशिश है. उनका आरोप है कि सरकार और पुलिस कट्टरपंथी ताकतों के दबाव में काम कर रही है, जिससे हिंदू समुदाय की स्थिति और खराब हो रही है.


अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील
हिंदू संगठनों ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है. उनका कहना है कि अगर जल्द ही हालात नहीं सुधरे, तो बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के लिए अस्तित्व बचाना मुश्किल हो जाएगा. इस घटना ने एक बार फिर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. (जी मीडिया ब्यूरो)