कोरोना से है कनेक्‍शन! एशिया का ये शहर अब बन गया सेक्स टूरिज्म का हब
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कोरोना से है कनेक्‍शन! एशिया का ये शहर अब बन गया सेक्स टूरिज्म का हब

TOKYO: कोविड-19 महामारी ने दुनियाभर में आर्थिक अस्थिरता पैदा की. लेकिन जापान की राजधानी टोक्यो पर इसका असर कुछ अलग ही पड़ा. कर्ज के दबाव और कमजोर आर्थिक स्थिति ने यहां की कई महिलाओं को सेक्स व्यापार की ओर धकेल दिया.

कोरोना से है कनेक्‍शन! एशिया का ये शहर अब बन गया सेक्स टूरिज्म का हब

TOKYO: कोविड-19 महामारी ने दुनियाभर में आर्थिक अस्थिरता पैदा की. लेकिन जापान की राजधानी टोक्यो पर इसका असर कुछ अलग ही पड़ा. कर्ज के दबाव और कमजोर आर्थिक स्थिति ने यहां की कई महिलाओं को सेक्स व्यापार की ओर धकेल दिया. आज टोक्यो, एशिया में तेजी से उभरते सेक्स टूरिज्म हब के रूप में अपनी पहचान बना रहा है. यहां की सड़कों पर विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा और उनके इरादे इस बदलाव की कहानी कह रहे हैं. आइये विस्तार से समझते हैं कि कैसे टोक्यो इस स्थिति में पहुंचा.

टोक्यो: आर्थिक समृद्धि से सेक्स टूरिज्म तक का सफर

टोक्यो को हमेशा से एक आर्थिक और सांस्कृतिक शक्ति केंद्र के रूप में देखा जाता रहा है. लेकिन कोविड-19 के बाद की परिस्थितियों ने इस शहर का चेहरा बदल दिया. आर्थिक तंगी, कमजोर जापानी येन और बढ़ते विदेशी पर्यटकों ने इसे सेक्स टूरिज्म का हब बना दिया है.

महामारी ने बढ़ाया कर्ज का बोझ

कोविड-19 के दौरान लाखों लोगों ने अपनी नौकरियां गंवाईं. महिलाओं के लिए यह संकट और गहरा था. क्योंकि कर्ज बढ़ता गया और उन्हें आजीविका के सीमित साधनों की ओर देखना पड़ा. इसने कई महिलाओं को सेक्स व्यापार में उतरने के लिए मजबूर किया.

विदेशी पर्यटकों का बढ़ता आकर्षण

जापानी येन के कमजोर होने के कारण विदेशी पर्यटकों के लिए टोक्यो एक सस्ता और आकर्षक विकल्प बन गया है. थाईलैंड के बैंकॉक की तरह, टोक्यो अब सेक्स टूरिज्म के लिए विदेशी पुरुषों को अपनी ओर खींच रहा है. इनमें चीनी पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक है.

पार्क बना सेक्स व्यापार का केंद्र

स्थानीय संगठनों के अनुसार टोक्यो के कई पार्क अब सेक्स व्यापार का केंद्र बन चुके हैं. यहां न केवल जापानी महिलाएं बल्कि युवा लड़कियां भी इस व्यापार में शामिल हैं. महामारी के बाद यात्रा प्रतिबंध हटने के साथ ही इन जगहों पर विदेशी पुरुषों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है.

महिलाओं पर बढ़ता दबाव

महिलाओं को केवल कर्ज के कारण ही नहीं, बल्कि होस्ट क्लब और अन्य खर्चीले आकर्षणों के कारण भी इस व्यापार में उतरना पड़ा. होस्ट क्लब महिलाओं को महंगी पार्टियों और कर्ज के चक्रव्यूह में फंसा देते हैं, जो उन्हें सेक्स वर्क करने के लिए मजबूर करता है.

युवा लड़कियों की बढ़ती भागीदारी

2023 में टोक्यो मेट्रोपॉलिटन पुलिस द्वारा पकड़ी गई महिलाओं में 43% ने बताया कि उन्होंने होस्ट क्लब के कर्ज चुकाने के लिए यह रास्ता चुना. इनमें से 80% महिलाएं 20-30 साल की उम्र की थीं, जबकि कुछ नाबालिग भी शामिल थीं.

कानून का कमजोर पालन और उसका असर

जापान में कानून की ढिलाई और उसके कमजोर क्रियान्वयन ने महिलाओं को सेक्स व्यापार में अधिक असुरक्षित बना दिया है. इसके विपरीत नीदरलैंड जैसे देशों में जहां वेश्यावृत्ति वैध है, वहां इसे सख्त नियमों के तहत नियंत्रित किया जाता है.

सामाजिक और स्वास्थ्य समस्याएं

सेक्स व्यापार में शामिल महिलाओं को अक्सर हिंसा और यौन रोगों का सामना करना पड़ता है. कमजोर सामाजिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के कारण वे इन समस्याओं से खुद को बचाने में असमर्थ हैं.

पुलिस की सख्ती और गिरफ्तारी

हाल ही में टोक्यो पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए महिलाओं को सेक्स व्यापार में धकेलने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया. 350 से अधिक दुकानों से जुड़े इस गिरोह ने महिलाओं का शोषण किया. लेकिन यह समस्या की जड़ को खत्म करने के लिए पर्याप्त नहीं है.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय में जापानी महिलाओं की छवि

जापान की मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता ने कहा कि यह सिर्फ एक घरेलू मुद्दा नहीं है. यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय में जापानी महिलाओं की छवि को भी प्रभावित कर रहा है. अब समय आ गया है कि इस समस्या को गंभीरता से लिया जाए और महिलाओं को सुरक्षित भविष्य प्रदान किया जाए.

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