Bangladesh Interim Government on Hindu Attack: बांग्लादेश में बीते एक हफ्ते से जो हो रहा है. उसे पूरी दुनिया देख रही है. पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद कट्टरपंथ हावी हुआ. मंदिरों को तोड़ा गया. हिंदुओं के घरों को जलाया गया. हिंदू महिलाओं पर अत्याचार हुए. देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई लेकिन अब बांग्लादेश की उभरती ताकतें बैकफुट है. CRISIS MANAGEMENT के लिए अंतरिम सरकार के मुखिया को आगे किया गया है. खुद को लोकतंत्र का पैरोकार बताने वाला बांग्लादेश का नया POWER CENTRE अब अपनी IMAGE पर लगे खून के धब्बों को साफ करने की कवायद में जुट गया है.


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बांग्लादेश में हिंदुओं को मनाने की कोशिश


बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा का विरोध पूरी दुनिया में हुआ. भारत के साथ साथ दुनिया के तकरीबन सभी बड़े देशों में प्रदर्शन हुए. अब अंतरिम सरकार के मुखिया मंदिर जाकर हिंदुओं को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. सभी नागरिकों को बांग्लादेशी बता रहे हैं. किसी भी तरह के विवाद से इनकार कर रहे हैं.


अंतरिम सरकार में पीएम मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं को मनाते हुए कहा, हमलोग एक परिवार हैं और बांग्लादेशी हैं. हमारे बीच कोई विवाद नहीं है. देश में कोई हिंदू नहीं, कोई मुसलमान नहीं, सभी इंसान हैं और सभी को बराबरी के हक के साथ रहने का अधिकार है. 


दुर्गा पूजा पर छुट्टी का किया ऐलान


बैकफुट पर आई बांग्लादेश सरकार केवल SYMBOLIC फैसले नहीं रही बल्कि हिंदुओं के सांत्वना और सुरक्षा के भरोसे के लिए कई ऐलान भी कर रही है. दुर्गा पूजा पर बांग्लादेश में छुट्टी का ऐलान किया गया. हिंदुओं की अलग-अलग मांग को पूरा करने के लिए अल्पसंख्यकों का एक प्रतिनिधिमंडल सचिवालय में गृह मंत्रालय के सलाहकार से मिला. 


इस दौरान अंतरिम सरकार के गृह सलाहकार ने हिंदुओं की रक्षा करने में विफलता की बात कबूली. हिंदुओं से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी. इतना ही नहीं अंतरिम सरकार की तरफ से हिंसा का शिकार हुए लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है, जिन्हें आर्थिक मुआवजा देने का भी वादा किया गया है. 


आखिर क्यों नरम हुआ अंतरिम सरकार का सुर?


बांग्लादेश में सेना और सरकार ऐसे ही बैकफुट पर नहीं आई है. दरअसल पूरी दुनिया में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को लेकर विरोध हो रहा था. सीएम योगी और हिमंता बिस्वा सरमा इस पर चिंता जाहिर कर चुके थे. भारत के कई हिस्सों में बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाजें उठ रही थी. यही वजह है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अब हिंदुओं की सुरक्षा की बात कर रही है.