Joe Biden vs Donald Trump: अमेरिका में अगले साल यानी 2024 में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है और डोनाल्ड ट्रंप ने चुनौती पेश की है. इन सबके बीच मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन को पूर्व राष्ट्रपति और डेमोक्रेट्स बराक ओबामा ने खास सलाह दी. ओबामा ने कहा कि वो ट्रंप को हल्के में ना लें. ओबामा के मुताबिक ट्रंप के लाखों वफादार वोटर्स हैं और वो संख्या  बाइडेन को मुश्किल में डाल सकती है. उनका मानना है कि मौजूदा समय में ट्रंप में वो खासियत है जो आपके लिए परेशानी की वजह बन सकते हैं भले ही वो मुकदमों का सामना कर रहे हों.


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क्या है मतलब



द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के अंदर बिडेन के राष्ट्रपति निवास पर आयोजित एक निजी दोपहर के भोजन में, ओबामा ने बिडेन को फिर से निर्वाचित कराने के लिए अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया. ओबामा ने कथित तौर पर यह स्पष्ट कर दिया कि ट्रम्प की मजबूत पकड़ है. रिपब्लिकन पार्टी, जैसा कि फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस जैसे रिपब्लिकन उम्मीदवारों के लड़खड़ाते अभियान से पता भी चलता है. बराक ओबामा को डेमोक्रेटिक पार्टी का शीर्ष सितारा माना जाता है।अमेरिकी रूढ़िवादी मीडिया में विचार-विमर्श से पता चलता है कि बाद के वर्षों में पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा को संभावित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में तैयार करने का एक सचेत प्रयास किया जा रहा है. तब तक कथित तौर पर ओबामा 2028 तक डेमोक्रेट को सत्ता में बनाए रखने के लिए जो बिडेन के पीछे मजबूती से खड़े रहने की योजना बना रहे हैं.


2016 में हिलेरी के समर्थन में थे ओबामा
क्या ओबामा ने पहले जो बिडेन के खिलाफ हिलेरी क्लिंटन का पक्ष नहीं लिया था इसका जवाब हां में है. कई डेमोक्रेट 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जो बिडेन के बजाय पूर्व अमेरिकी विदेश सचिव हिलेरी क्लिंटन के नाम को आगे बढ़ाने के लिए ओबामा को जिम्मेदार मानते हैं. हाल के दिनों में, 2016 के चुनाव से पहले ओबामा की भूमिका के बारे में बिडेन के सर्कल में कुछ लोगों के बीच निराशा की भावना की सूचना मिली है, खासकर एक जुझारू डोनाल्ड ट्रम्प के सामने, जिनके बारे में उनका कहना है कि हिलेरी क्लिंटन की मुकाबला करने में असमर्थता के कारण उनका उदय संभव हुआ.