UK Tomato Shortage: श्रीलंका के बाद पाकिस्तान में पनपे गहरे आर्थिक संकट को पूरी दुनिया ध्यान से देख रही है लेकिन अब विकसित देश कहे जाने वाले ब्रिटेन में भी सब्जियों की राशनिंग शुरू हो गई है. प्रत्येक व्यक्ति के लिए दिनभर में 2 टमाटर और 2 खीरा की लिमिटेशन तय कर दी गई है. यानी कि सुपरमार्केट से प्रत्येक व्यक्ति को इतनी अधिकतम चीजें दी जा सकती हैं. इसी तरह दूसरी सब्जियों पर भी लिमिट लगाई गई है. 


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इन सुपरमार्केट्स ने शुरू कर दी राशनिंग


डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के बड़े सुपरमार्केट एस्डा और मॉरिसन ने सब्जियों की राशनिंग (Britain Vegetable Crisis) शुरू कर दी है. इसके तहत आलू, टमाटर, मिर्च, खीरा, ब्रोकली और सलाद पत्ता जैसी जल्दी खराब होने वाली सब्जियों की बिक्री पर लिमिटेशन लगाई गई है. लोगों को कहा जा रहा है कि वे इनमें से केवल 2 या 3 सब्जियां ही खरीद सकते हैं. 


ब्रिटेन में आखिर क्यों पनपा सब्जी संकट 


रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन (Britain Vegetable Crisis) के लिवरपूल, पूर्वी लंदन समेत देश के कई हिस्सों में सब्जियों की भारी किल्लत चल रही है. पैसों से धन-संपन्न होने के बावजूद ब्रिटेन में आखिरकार सब्जियों की राशनिंग क्यों शुरू हो गई है. आपको इसकी वजह भी जान लेनी चाहिए. असल में ब्रिटेन एक ठंडा देश है, जहां सर्दियों के दौरान खेती और बागवानी न के बराबर हो जाती है. ऐसे में वह हर साल स्पेन और मोरक्को से सब्जियों का आयात करके काम चलाता रहा है. 


मोरक्को में बाढ़-बारिश से बुरा हाल


इस साल के लिए ब्रिटेन (Britain Vegetable Crisis) ने इन देशों से सब्जियों की आपूर्ति की तैयारी कर रखी थी. लेकिन मोरक्को में इस साल तेज ठंड की वजह से टमाटर की फसल पनप नहीं पाई. साथ ही दूसरी सब्जियों के उत्पादन पर भी असर पड़ा. रही-सही कसर वहां भारी बारिश और बाढ़ ने पूरी कर दी है. इसके चलते वहां पर इस साल सब्जियों का उत्पादन से आधे से ज्यादा घट गया है. खराब मौसम की वजह से सब्जियों की सप्लाई में भी दिक्कत आई है. 


स्पेन में भी ठंड से घटा उत्पादन


स्पेन से आने वाली सब्जियों (Britain Vegetable Crisis) पर भी तेज ठंड का असर पड़ा है. वहां पर इस साल टमाटर का उत्पादन पिछले साल की तुलना में 22 फीसदी कम हुआ है. वहां से भी कम मात्रा में ही सब्जियां ब्रिटेन पहुंच पा रही हैं. फाइनेंशनल एक्सपर्टों के मुताबिक अगले डेढ़ महीने तक हालात में सुधार के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं. तब तक लोगों को इस तरह राशनिंग करके काम चलाना होगा. 


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