Cambodia News: कंबोडिया की संसद ने मंगलवार को लंबे समय तक पीएम रहे हुन सेन के सबसे बड़े बेटे को देश का नया प्रधानमंत्री चुना, जिससे पिछले महीने के एकतरफा चुनाव के बाद सत्ता के वंशवादी हस्तांतरण पर मुहर लग गई. बैठक की अध्यक्षता करने वाले विधायक हेंग समरीन ने घोषणा की कि हुन मैनेट को सर्वसम्मति से चुना गया है.


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हुन सेन की कम्बोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) ने जुलाई में हुए चुनावों में निचले सदन की पांच सीटों को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि मुख्य विपक्षी पार्टी को चुनाव लड़ने से रोके जाने के बाद इस चुनाव की व्यापक रूप से एक दिखावे के रूप में निंदा की गई थी.


हुन सेन की पद छोड़ने की घोषणा
भारी जीत के कुछ दिनों बाद, दुनिया के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले नेताओं में से एक, हुन सेन ने घोषणा की कि वह लगभग चार दशकों के कठोर शासन के बाद पद छोड़ रहे हैं और अपने सबसे बड़े बेटे हुन मैनेट को सत्ता सौंप रहे हैं.


कंबोडियन राजा (जो काफी हद तक प्रतीकात्मक भूमिका निभाते हैं) - ने सोमवार को संसद बुलाई, जिससे सांसदों के लिए मंगलवार को देश के नए नेता के रूप में 45 वर्षीय चार सितारा जनरल हुन मानेट को चुनने का मार्ग प्रशस्त हो गया.


कौन हैं हुन मैनेट


-पूर्व पीएम के सबसे बड़े बेटे हुन मानेट सत्तारूढ़ कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) की शक्तिशाली स्थायी समिति के सदस्य हैं.


-हुन मैनेट के पास इंग्लैंड से अर्थशास्त्र की डिग्री है और इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी सैन्य अकादमी वेस्ट पॉइंट से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है.


-मैनेट शादीशुदा हैं. वह दो बेटियों और एक बेटे के पिता है. वह 2018 से रॉयल कंबोडियन सेना के कमांडर के रूप में काम कर चुके हैं.


-20 अक्टूबर 1977 को जन्मे प्रिंसलिंग ने 1999 में वेस्ट प्वाइंट से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और हाल ही में उन्होंने विश्व नेताओं से मुलाकात की, जिसमें कंबोडिया के मुख्य सहयोगी और संरक्षक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हैं.


-45 वर्षीय फोर-स्टार जनरल ने जुलाई के चुनाव में पहली बार संसदीय सीट से चुनाव लड़ा.