Canadian Politics: कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलिवरे ने उत्तरी अमेरिकी देश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर दिए गए घृणित भाषण की निंदा की है. पोइलिवरे ने शनिवार को एक्स  (पहले ट्विटर) पर अपनी बात रखी और कनाडा के हर हिस्से में हिंदू समुदाय द्वारा किए गए 'अमूल्य योगदान' को स्वीकार किया.


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पोइलिवरे ने एक्स पर पोस्ट किया, 'हाल के दिनों में, हमने कनाडा में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए घृणित टिप्पणियां देखी हैं. कंजर्वेटिव हमारे हिंदू पड़ोसियों और दोस्तों के खिलाफ इन टिप्पणियों की निंदा करते हैं.'


विपक्षी नेता ने लिखा, 'हिंदुओं ने हमारे देश के हर हिस्से में अमूल्य योगदान दिया है और उनका यहां हमेशा स्वागत किया जाएगा. हर कनाडाई बिना किसी डर के रहने और का हकदार है.'


पोइलिवरे की टिप्पणी खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नून द्वारा कनाडा के हिंदू समुदाय को धमकी जारी करने और उन्हें देश छोड़ने के लिए कहने के बाद आई है.


भारत-कनाडा तनाव
पोइलिवरे का ट्वीट ऐसे समय आया है जब भारत-कनाडा संबंधों में तनाव बढ़ गया है. यह तनाव तब पैदा हुआ जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को भारत सरकार पर हरदीप सिंह निज्जर की घातक गोलीबारी में शामिल होने का आरोप लगाया.


निज्जर भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था. पश्चिमी कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने 18 जून को निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी.


कनाडा के आरोपों को भारत ने नकारा
भारत ने मंगलवार को ऐसे आरोपों को 'बेतुका' और 'प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया. इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के बदले में कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया. इसके अलावा भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सर्विस पर रोक लगा दी है.


विपक्ष ने ट्रूडो पर उठाए सवाल
इन घटनाक्रमों के बीच, पियरे पोइलिवरे ने ट्रूडो से फैसला सुनाने से पहले सभी आवश्यक तथ्य उपलब्ध कराने को कहा.


मंगलवार को एक मीडिया संबोधन में, पोइलिवरे ने कहा, ‘मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री को सभी तथ्यों के साथ स्पष्ट रूप से सामने आने की जरूरत है. हमें सभी संभावित सबूतों को जानने की जरूरत है ताकि कनाडाई उस पर निर्णय ले सकें.’


पोइलिवरे की टिप्पणी मीडिया के उस सवाल के जवाब में आई जिसमें पूछा गया था कि एक भारतीय राजनयिक को कनाडा द्वारा निष्कासित किए जाने के बाद और क्या किया जाना चाहिए.


विपक्षी नेता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कोई तथ्य नहीं दिया है. उन्होंने एक बयान दिया है. और मैं सिर्फ इस बात पर जोर दूंगा कि उन्होंने मुझे निजी तौर पर उतना कुछ नहीं बताया जितना उन्होंने सार्वजनिक रूप से कनाडाई लोगों को बताया इसलिए हम और अधिक जानकारी देखना चाहते हैं.’


पोइलिवरे ने कहा कि यदि अधिक जानकारी नहीं दी गई तो आरोप झूठे पाए जा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास ऐसे सबूत होने चाहिए जो प्रधानमंत्री को उन निष्कर्षों पर पहुंचने में मदद करें जो उन्होंने कल दिए थे.’